यूपी में 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले बुर्के में वोटिंग पर सियासत शुरू हो गई। समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग पर एक समुदाय विशेष को निशाना बनाने का आरोप लगाया। सपा ने कहा- नए नियमों के तहत बुर्काधारी मुस्लिम महिला मतदाताओं की पहचान आंगनबाड़ी सेविकाओं से कराई जाएगी। सत्यापन के बाद ही उन्हें मतदान करने को मौका मिलेगा। यह संविधान और खुद आयोग के ही नियमों के खिलाफ है। इस आदेश को वापस लिया जाना चाहिए। सपा के प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने सोमवार को यूपी मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार को एक लेटर सौंपा है। जिसमें कहा, आयोग का निर्देश एक विशेष समुदाय को निशाना बनाने वाला और अलोकतांत्रिक है। जो स्वतंत्र, निष्पक्ष और भयमुक्त चुनावों की प्रक्रिया को प्रभावित कर सकता है। श्याम लाल ने कहा, निर्वाचन आयोग ने बिहार विधानसभा चुनावों में इन निर्देशों को सख्ती से लागू करने के साथ ही आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों में भी इन्हें अनिवार्य करने का फैसला लिया है, जो आयोग की निष्पक्षता और पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े करता है। सपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, यह नया निर्देश भारत निर्वाचन आयोग के स्वयं के नियमों का उल्लंघन करता है। उन्होंने आयोग की ‘हैंडबुक फॉर रिटर्निंग ऑफिसर’ के पेज नंबर 143, पैराग्राफ 13.6.9 का हवाला देते हुए कहा, इसमें स्पष्ट रूप से लिखा है कि मतदान के दिन मतदान अधिकारी को मतदाता की आईडी (मतदाता पहचान पत्र) की जांच करने का अधिकार दिया गया है। लेकिन नए निर्देश में आंगनवाड़ी सेविकाओं को पहचान प्रक्रिया में शामिल किया गया है। यह प्रावधान आयोग के मौजूदा दिशानिर्देशों के विपरीत है, जो मतदान प्रक्रिया को अनावश्यक जटिल और पक्षपाती बना सकता है। पार्टी ने मांग की है कि इन निर्देशों को तुरंत वापस लिया जाए, ताकि सभी मतदाताओं को बिना किसी भेदभाव के मतदान का अधिकार मिल सके। बिहार चुनाव से उठा मामला
दरअसल, सपा हर चुनाव से पहले बुर्काधारियों की चेकिंग का मुद्दा उठाती रही है। लेकिन अब सपा ने यह मुद्दा बिहार में लागू हुए नियमों को देखते हुए उठाया है। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए कार्यक्रम घोषित करते हुए कहा था- आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का उपयोग मतदान केंद्रों पर बुर्का और घूंघट वाली महिलाओं की पहचान करने के लिए किया जाएगा। पहली बार, बिहार के 243 निर्वाचन क्षेत्रों में से प्रत्येक के लिए एक सामान्य पर्यवेक्षक नियुक्त किया जाएगा, जो आयोग की आंख और कान के रूप में कार्य करेगा। सपा ने इसी पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। बिहार में चुनाव आयोग के साथ मीटिंग में भाजपा, लोजपा ने बुर्का पहनकर आने वाली वोटर की जांच की मांग की थी। वहीं, लालू की पार्टी आरजेडी ने इसका विरोध किया था। —————– यह खबर भी पढ़िए:- बेटा एनकाउंटर में ढेर, पिता बोले- मैं बहुत खुश हूं:लावारिस में दफना दो; मेरठ में शहजाद ने 7 साल की बच्ची से गैंगरेप किया था मेरठ पुलिस ने सोमवार सुबह मुठभेड़ में गैंगरेप के आरोपी को मार गिराया। मुठभेड़ सरुरपुर थाना क्षेत्र के जंगलों के पास हुई। पुलिस से घिरता देख बदमाश ने फायरिंग कर दी। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। गोली लगने से 25 हजार का इनामी शहजाद उर्फ निक्की (34) ढेर हो गया। उसके सीने में गोली लगी। पढ़ें पूरी खबर…