यूपी में कांवड़ यात्रा से पहले नेम प्लेट विवाद के बीच योगी सरकार होटल-ढाबों की जांच करा रही है। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (FSDA) की टीमों ने फूड सेफ्टी QR कोड स्टिकर लगाना अनिवार्य कर दिया है। मंगलवार को मुजफ्फरनगर और लखनऊ में मंगलवार को अफसरों ने ढाबों और रेस्टोरेंट में स्टिकर लगाए। ये QR स्टिकर फूड सेफ्टी कनेक्ट ऐप से जुड़े हैं, जिसे स्कैन करने पर ढाबे का रजिस्ट्रेशन नंबर, मालिक का नाम, पता और मेन्यू की जानकारी मिल जाएगी।
FSDA विभाग की विशेष सचिव और अपर आयुक्त रेखा एस चौहान ने कहा, सभी कांवड़ रूट्स पर विशेष अभियान शुरू किया गया है। हम सभी रेस्टोरेंट और खाने-पीने की ठेला गाड़ियों में ‘सेफ्टी ऐप कनेक्ट’ स्टिकर चिपका रहे हैं। रेस्टोरेंट मालिकों को अपने प्रोडक्ट्स की रेट लिस्ट लगाने का भी निर्देश दिया है। सभी रूट्स पर खाने-पीने की चीजों की चेकिंग की जा रही है। सफाई भी परखी जा रही है। लखनऊ के एक रेस्टोरेंट मालिक ने कहा, ‘अधिकारी मेरी दुकान पर आए थे। हमें कांवड़ यात्रा के दौरान सफाई रखने के निर्देश दिए हैं। हम कांवड़ यात्रियों की उम्मीदों पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करेंगे। मेरठ में 4 राज्यों के अफसरों की मीटिंग, शराब की दुकानें ढकी जाएंगी
यूपी में 11 जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरू होगी। यूपी, हरियाणा, दिल्ली से कांवड़िए हरिद्वार पहुंचेंगे। हरिद्वार और गोमुख से जल उठाएंगे। वहीं, 4 करोड़ कांवड़ियों की सुरक्षा और सुविधा को लेकर मेरठ के कमिश्नर ऑफिस में मंगलवार को 4 राज्यों यूपी, हरियाणा, दिल्ली और उत्तराखंड के अफसरों की बैठक हुई। इसमें यूपी DGP राजीव कृष्ण और मुख्य सचिव मनोज सिंह मौजूद रहे। यूपी DGP राजीव कृष्ण ने बताया- 11 जुलाई से पूरे कांवड़ रूट की शराब की दुकानों को ढका जाएगा। दुकानें खुलेंगी, लेकिन पर्दे से ढकी रहेंगी। पूरे कांवड़ रूट की ड्रोन से निगरानी होगी। ट्रैफिक पुलिस ने नया प्लान पेश किया है, जो 10 जुलाई की रात से लागू हो जाएगा। शहर में भारी वाहनों का प्रवेश नहीं होगा। शहर में एक लेन में कांवड़िए और दूसरी लेन में छोटे वाहन चलेंगे। कांवड़ से जुड़ी अपडेट के लिए नीचे एक-एक ब्लॉग से गुजर जाइए…