रक्सौल शहर में पुल निर्माण की धीमी गति और रास्तों की कमी स्थानीय लोगों के लिए खतरा बन रही है। निर्माण कार्य के चलते पहले बनाए गए अस्थायी डायवर्सन को अचानक हटा दिया गया। जिससे आम लोग मजबूरी में खतरनाक नहर किनारे के रास्ते से आवाजाही कर रहे हैं। शुक्रवार शाम रक्सौल बाजार से लौट रहे महेश प्रसाद की बाइक फिसलकर नहर में जा गिरी। नहर में तेज बहाव के बीच महेश प्रसाद डूबने ही वाले थे। तभी स्थानीय युवकों ने कूदकर उनकी जान बचा ली। बाद में उनकी बाइक को भी बाहर निकाला गया। अस्थायी पुल या सुरक्षित मार्ग की मांग बाइक सवार महेश प्रसाद ने कहा, “यदि अस्थायी पीपा पुल या सुरक्षित डायवर्सन होता, तो यह हादसा नहीं होता।” स्थानीय निवासी राज कुमार और अन्य ग्रामीणों ने निर्माण एजेंसी और प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि बार-बार अनुरोध के बावजूद कोई सही व्यवस्था नहीं की गई है। बढ़ता जनाक्रोश, बड़ी हादसे की आशंका ग्रामीणों ने मांग की है कि या तो पुराना डायवर्सन बहाल किया जाए या अस्थायी बेली ब्रिज का निर्माण कराया जाए। साथ ही, नहर के पास पुलिस या होमगार्ड की तैनाती की मांग भी उठाई गई है। उनका कहना है कि नहर में जलस्तर ऊंचा रहता है और अगली बार यदि समय पर मदद न मिली, तो किसी की जान जा सकती है।