पंजाबी सिंगर राजवीर जवंदा के अंतिम संस्कार का एक फेक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें एक महिला यह कहते हुए सुनाई दे रही है कि पगड़ी को न छेड़ो, टौर खराब न करो। इसको लेकर दावा किया जा रहा है कि इसमें जवंदा की बहन कर्मजीत कौर लोगों को ये सब कह रही है। हालांकि असल में यह वीडियो साल 2024 का है। जिसमें डेडबॉडी पंजाब पुलिस के कॉन्स्टेबल अमृतपाल सिंह की है। पगड़ी व टौर खराब न करने की बात कॉन्स्टेबल की पत्नी कह रही हैं। चूंकि अमृतपाल और राजवीर जवंदा को अंतिम संस्कार से पहले लाल रंग की पगड़ी पहनाई गई थी, उसी को आधार बनाकर यह वीडियो वायरल किया गया। इससे पहले मोहाली अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान भी जवंदा की फेक फोटो वायरल की गई थीं। सबसे पहले जानिए, वीडियो में क्या दिख रहा
वीडियो में अर्थी पर डेडबॉडी पड़ी है। जिसके सिर पर लाल रंग की पगड़ी बांधी गई है। आसपास कई महिलाएं खड़ी हैं। इनमें से एक महिला दूसरों को कहती है- पग न खराब करो, पग क्यों खराब करते तुसी, मेरे बंदे दी टौर नीं खराब करनी किसे ने। इसके बाद महिला 5 बार कहती है- किन्नी टौर लगदी। भास्कर एप को वीडियो की सच्चाई पर इसलिए शक हुआ… यूथ क्लब के प्रधान ने कंफर्म किया, वीडियो उनकी बहन का नहीं
भास्कर एप ने वीडियो के बारे में जानने के लिए राजवीर जवंदा के गांव के शहीद ए आजम भगत सिंह यूथ वेलफेयर क्लब के प्रधान मास्टर गुरमीत सिंह से बात की। उन्हें वीडियो भेजा। उन्होंने स्पष्ट कहा कि इस वीडियो का राजवीर जवंदा से कोई लेना देना नहीं है, बल्कि यह वीडियो एक पुलिस जवान के अंतिम संस्कार का है और रोने वाली महिला उस जवान की पत्नी हैं। मास्टर गुरमीत सिंह जिस क्लब के प्रधान हैं, राजवीर जवंदा भी उस क्लब के सभी कार्यों में शामिल होते थे। क्लब को समय -समय पर आर्थिक मदद भी देते थे। जिस कॉन्स्टेबल का यह वीडियो, उनकी गैंगस्टरों से मुठभेड़ हुई थी
भास्कर एप ने इसके बाद यह पता लगाया कि यह वीडियो असल में किसका है। पड़ताल करते हुए पता चला कि यह वीडियो 18 मार्च 2024 का है। जिसे होशियारपुर जिले के दसूहा क्षेत्र के जंडोर गांव में बनाया गया था। 17 मार्च 2024 को इस गांव के रहने वाले सीआईए स्टाफ के कॉन्स्टेबल अमृतपाल सिंह मुकेरियां में गैंगस्टरों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गए थे। दरअसल, होशियारपुर की सीआईए टीम को सूचना मिली थी कि मुकेरियां के मेहतपुर में कुछ लोगों ने हथियार रखे हैं। सीआईए की टीम सूचना मिलने पर वहां रेड करने गई तो उनकी गैंगस्टर सुखविंदर सिंह उर्फ राणा मंसूरपुरिया के साथ मुठभेड़ हो गई। 18 मार्च को कॉन्स्टेबल का अंतिम संस्कार किया गया
उसी मुठभेड़ में कॉन्स्टेबल अमृतपाल शहीद हो गए थे। 18 मार्च को उनके गांव जंडोर में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। जब अमृतपाल के शव को संस्कार के लिए ले जा रहे थे तो उनकी पत्नी ने उनकी पगड़ी को लेकर ये बातें कही थी। ————- ये खबर भी पढ़ें… राजवीर जवंदा की मौत का मामला हाईकोर्ट पहुंच, सरकार को नोटिस; वकील ने कहा- पशुओं का क्या इंतजाम किया पंजाबी सिंगर राजवीर जवंदा की बेसहारा पशुओं की वजह से हुई मौत का मामला हिमाचल हाईकोर्ट पहुंच गया है। एडवोकेट नवकिरन सिंह ने याचिका दायर कर कहा कि सरकार आम लोगों से काउ सेस वसूल रही है। इसके बावजूद पशुओं की देखरेख या प्रबंधन के कोई ठोस इंतजाम नहीं हैं। इस वजह से बेकसूर लोगों को हादसों में जान गंवानी पड़ रही है। पूरी खबर पढ़ें…