गुरुग्राम के सरस्वती इन्क्लेव में छिप कर रह रही राजस्थान की लुटेरी दुल्हन काजल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। काजल गिरफ्तारी से बचने के लिए एक साल से ठिकाने बदल कर पुलिस को चकमा दे रही थी। यह अपने परिवार के साथ मिलकर शादी के नाम पर कुंवारों को ठगने का काम करती है। मोबाइल लोकेशन, कॉल डिटेल और टेक्नोलॉजी की मदद से राजस्थान के सीकर जिले की पुलिस गुरुग्राम पहुंची। जहां गली नंबर दो के एक मकान से उसे अरेस्ट कर लिया। वह अंकित नाम के व्यक्ति के घर में किराए पर रहती थी। काजल के पिता भगत सिंह, मां सरोज देवी, बहन तमन्ना और भाई सूरज को पुलिस पहले ही अरेस्ट कर चुकी है। यह परिवार मूल रूप से जिला मथुरा के गोवर्धन का रहने वाला है। राजस्थान के जयपुर और सीकर समेत कई जिलों में फर्जी शादी कर ठगने के आरोप हैं। जानिए लुटेरी दुल्हन के परिवार की ठगी का सच… अब जानिए इनकी गिरफ्तारी की कहानी… पहले मां-बाप पकड़े
FIR दर्ज होने के बाद सीकर जिले के दांतारामगढ़ थानाधिकारी जय सिंह बसेरा ने मामले की जांच शुरू की। जांच का जिम्मा सहायक उप निरीक्षक पूरणमल को सौंपा गया। पुलिस ने 18 दिसंबर 2024 को भगत सिंह और उनकी पत्नी सरोज को मथुरा के गोवर्धन से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि यह परिवार संगठित रूप से ठगी का धंधा चला रहा था। गिरफ्तारी से बचने के लिए ठिकाने बदलती रही
उसने पिछले एक साल में कई बार अपने ठिकाने बदले और पुलिस को चकमा देने में कामयाब रही। वह कभी एक शहर तो कभी दूसरे शहर में छिपती रही, जिससे पुलिस के लिए उसे पकड़ना चुनौती बन गया। लेकिन पुलिस तकनीकी सहायता के जरिए उसकी लोकेशन ट्रैक करने में लगी रही। भाई-बहन भी गिरफ्तार किए
इसके बाद पुलिस ने तमन्ना और सूरज को भी हिरासत में ले लिया, लेकिन दूसरी लुटेरी दुल्हन काजल लगातार फरार बनी रही। वह जयपुर और मथुरा में कुछ दिन रही। इसके बाद वह गुरुग्राम आ गई और यहां सरस्वती इन्क्लेव में रहने लगी। गुरुग्राम में काजल को पकड़ा
पुलिस को सूचना मिली कि काजल सेक्टर 37 थाना इलाके में रह रही है। इस जानकारी के आधार पर एक विशेष टीम गठित की गई, जिसने तकनीकी निगरानी और स्थानीय पुलिस के सहयोग से काजल की लोकेशन का पता लगाया। गुरुग्राम पुलिस के साथ मिलकर सीकर पुलिस ने गली नंबर दो में अंकित के मकान में छापा मारा। पुलिस उसे सीकर ले गई और औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया। कुंवारे लोगों को बनाया जाता था शिकार…