हरियाणा में ग्रुप-C भर्ती के लिए 26 और 27 जुलाई को कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET 2025) होने जा रहा है। इस एग्जाम में इस बार रिकॉर्ड 13.48 लाख युवाओं ने रजिस्ट्रेशन कराया है। इसकी न्यूनतम शैक्षणिक पात्रता 12वीं पास होना है। कुछ पदों के लिए ग्रेजुएशन होना अनिवार्य है। CET हरियाणा से पहले राजस्थान में सरकारी नौकरी में भर्ती के लिए आयोजित किया जा रहा है। राजस्थान की तर्ज पर ही तत्कालीन CM मनोहर लाल खट्टर ने ग्रुप C और D की नौकरी के लिए 2022 में इसे लागू कराया। तब से लेकर आज तक प्रदेश में ये लागू है। हालांकि जब से ये CET लागू हुआ, ये कई मायनों में अच्छा भी रहा, लेकिन कई ऐसे मामले भी हुए जो चर्चा का विषय बन गए। पेपर लीक या सवाल रिपीट होने जैसे कई विवाद हो चुके हैं। कई का तो अभी निपटारा भी नहीं हुआ है। अब CET के बारे में वो 10 महत्वपूर्ण बातें जो आप जानता चाहते हैं… 1. CET का कॉन्सेप्ट कहां से आया है? क्या हरियाणा पायनियर है, क्या और राज्य में भी ऐसी व्यवस्था है?
हरियाणा में CET का कॉन्सेप्ट राजस्थान से आया है। राजस्थान में इसके सफल होने के बाद हरियाणा में इसे लागू किया गया। इन दोनों राज्यों के अलावा कर्नाटक और महाराष्ट्र जैसे प्रांतों में इससे मिलते जुलते एग्जाम आयोजित किए जा रहे हैं। हालांकि ये तकनीकी कोर्सों के लिए आयोजित होते हैं। 2. अब तक कितने CET हो चुके हैं, कब-कब?
हरियाणा में CET ग्रुप-सी और डी की नौकरी के लिए अलग-अलग आयोजित किए जाते हैं। 2022 में लागू होने के बाद ग्रुप-सी का पहला एग्जाम आयोजित किया गया था, इसके बाद 2023 में ग्रुप-डी के लिए एग्जाम आयोजित किया जा चुका है। इसके बाद अब 2025 में हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) ग्रुप-सी के लिए ये एग्जाम आयोजित कर रहा है। हालांकि ग्रुप-डी के एग्जाम को लेकर अभी कोई भी डेट घोषित नहीं की गई है। 3. इनके नतीजे क्या रहे, कितनों ने परीक्षा दी, कितने पात्र बने?
2022 में ग्रुप-C के लिए आयोजित हुए एग्जाम में कुल 7,73,572 अभ्यर्थी शामिल हुए थे, जिसमें से 3,57,930 ही अभ्यर्थी पास हो पाए थे। वहीं, 2023 में ग्रुप-D के लिए एग्जाम आयोजित कराया गया था। इस एग्जाम में 13,75,151 उम्मीदवारों ने रजिस्ट्रेशन कराया था, जिनमें से लगभग 8.5 लाख उपस्थित हुए थे। 4. CET के प्रश्न पत्र का पैटर्न क्या है, इसमें क्या-क्या बदलाव हो चुके?
CET को लेकर अभी कोई एग्जाम पैटर्न फिक्स नहीं किया गया है। जैसे स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (SSC) में एग्जाम पैटर्न फिक्स होता है, इस एग्जाम में हिंदी, मैथ या अन्य विषय के नंबर दिए जाते हैं, लेकिन अभी इस एग्जाम में ऐसा नहीं किया गया है। हालांकि हरियाणा में अभी CET एग्जाम का पैटर्न ऑब्जेक्टिव टाइप का होता है, इसमें 100 प्रश्न पूछे जाते हैं, प्रत्येक प्रश्न 1 अंक का होता है। एग्जाम कुल 100 नंबरों का होता है। एग्जाम हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में आयोजित किया जाता है। कोई नेगेटिव मार्किंग नहीं होती है, लेकिन यदि कोई प्रश्न खाली छोड़ दिया जाता है, तो 0.945 अंक काट लिए जाएंगे। सबसे बड़ा बदलाव पहले के CET में 4 गुना पास आउट अभ्यर्थियों को बुलाया जाता था, अब दस गुना कर दिया गया है। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) के चेयरमैन हिम्मत सिंह 21 जुलाई को यूट्यूब पर लाइव हुए थे। उन्होंने कहा कि 25 फीसदी सवाल हरियाणा के संबंध में पूछे जाएंगे। 5. क्या CET पास होते ही नौकरी मिल जाती है, या फिर कोई और एग्जाम भी देना होता है?
ग्रुप-C व D की भर्ती के लिए CET पास होना जरूरी है। ये एक तरह से प्री एग्जाम है। उसके बाद कुछ पदों पर भर्ती के लिए संबंधित विभाग का एग्जाम भी देना हो सकता है। जैसे पटवारी के लिए। आसान शब्दों में समझें कि ग्रुप सी या डी में निकली पोस्टों के लिए आवेदन के लिए प्री एग्जाम में पास होना जरूरी होता है। इसके बाद जब डिपार्टमेंट वाइज पोस्टें निकाली जाती हैं तो फिर मेंस का एग्जाम देना होता है। हालांकि ये दोनों एग्जाम ऑब्जेक्टिव ही होते हैं। 6. CET पेपर लीक की कोई घटना हुई है क्या?
2023 में ग्रुप-डी के कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट में पेपर लीक का एक मामला भी सामने आया था। 21 और 22 अक्टूबर को हुए एग्जाम का पेपर लीक हो गया था। पेपर लीक होने का पता तब चला था, जब गिरोह के सदस्य परीक्षार्थियों को दूसरी पाली में परीक्षा दिलाने के लिए दिल्ली से हरियाणा ले जाने वाले थे। हालांकि पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। गिरोह में हरियाणा पुलिस के एक कॉन्स्टेबल की संलिप्तता भी सामने आई थी। आरोपियों के पास से परीक्षार्थियों के बैग, परीक्षा पास करवाने को लेकर लिए गए एडवांस पैसे के बैंक चेक, मोबाइल और अन्य सामान बरामद किया गया था। 7. CET को लेकर क्या-क्या विवाद हुए, उनका अंजाम क्या हुआ?
CET को लेकर कई विवाद सामने आए हैं। ग्रुप-डी के 32 हजार पदों की भर्ती के लिए CET के पेपर में कई सवाल रिपीट हुए थे, इसको लेकर खूब विवाद हुआ था। ये मामला पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट तक पहुंचा, जहां हाईकोर्ट की सिंगल बेंच द्वारा रोक लगाने के फैसले को डबल बेंच द्वारा पलटने के बाद ग्रुप-56 के पदों के लिए CET का मेंस एग्जाम आयोजित किया गया, लेकिन इसमें भी ग्रुप-57 के एग्जाम के 41 सवाल रिपीट कर दिए गए थे। हालांकि इस विवाद का अभी तक निपटारा नहीं हो पाया है। 8. CET लागू होने के बाद क्या नौकरियों में पारदर्शिता आई है?
CET लागू होने के बाद सरकारी नौकरियों में पारदर्शिता आई है, लेकिन यह पूरी तरह से लागू नहीं हुआ है। CET जब लागू किया गया था तब सरकार का मुख्य उद्देश्य भर्ती प्रक्रिया को सरल बनाना और विभिन्न परीक्षाओं को एक साथ लाना था, जिससे समय और संसाधनों की बचत हो। लेकिन इसके बाद भी हर साल एग्जाम कराने का दावा करने वाली सरकार चार सालों में इसे एक बार ही आयोजित करवा पाई है। अब दूसरी बार की तैयारी है। इसके अलावा CET पास करने की 3 साल की पात्रता है। पहले CET पास कर चुके सभी युवाओं को नौकरी नहीं मिली है। 9. प्रदेश में CET की तैयारी के लिए क्या नए कोचिंग सेंटर उभरे हैं, कितनी फीस रहती है?
जब से हरियाणा में CET लागू हुआ है तब से कोचिंग और लाइब्रेरियों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है। जींद में CET को लेकर ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने वाले दीपक लाठर ने बताया कि पिछले तीन सालों में कोचिंग और लाइब्रेरी की संख्या में दोगुना बढ़ोतरी हुई है। जींद, हिसार, रोहतक, सोनीपत, पानीपत, कैथल, अंबाला, महेंद्रगढ़ में कोचिंग और लाइब्रेरी की संख्या अधिक है। CET के लिए साल भर बैच चलते हैं। 10. कोचिंग के साथ पीजी-होटल आदि की संख्या बढ़ी है क्या?
बड़े-बड़े शहरों में CET के लिए पीजी का कारोबार काफी बढ़ा है। इसमें रोहतक, हिसार, सोनीपत प्रमुख शहर हैं। ———- CET से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… हरियाणा में CET एग्जाम, फ्री बस पर हाईकोर्ट में याचिका:CM सैनी बोले- प्रश्न पत्र-आंसर शीट की वीडियोग्राफी होगी, जरूरत पड़ी तो इंटरनेट बंद करेंगे हरियाणा में कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) को लेकर 4 दिन बचे हैं। इसे देखते हुए CM नायब सैनी ने मंगलवार को रिव्यू मीटिंग बुलाई। इसमें अब तक की तैयारियों पर चर्चा की। सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सेंसिटिव एग्जाम सेंटर की जानकारी समय रहते गृह विभाग को भेजी जाए, ताकि जरूरत पड़ने पर इंटरनेट बंद किया जा सके और परीक्षा शांति से हो सके। पूरी खबर पढ़ें…