राजेश राम बोले- कई सीटों पर मामला फंसा है:तेजस्वी फैसला नहीं ले पा रहे; कुटुंबा से RJD के लड़ने पर कहा-फ्रेंडली कुछ नहीं, सीधी लड़ाई है

महागठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। पहले फेज के लिए 121 सीटों पर नामांकन हो चुका है। इनमें से 7 सीटों पर महागठबंधन, एनडीए के साथ-साथ आपस में भी लड़ेगा। 114 सीटों पर एनडीए और इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार आमने-सामने हैं। इस बीच आरजेडी ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम की सीट पर भी अपना कैंडिडेट उतारने का फैसला कर लिया है। यहां से पूर्व मंत्री सुरेश पासवान को पार्टी चुनाव लड़वा सकती है। उन्होंने एनआर भी कटवा लिया है। 20 अक्टूबर को अपना नामांकन पर्चा दाखिल करेंगे। इस पर भास्कर से खास बातचीत में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने कहा, ‘कई सीटों पर क्रॉस डिमांड है। गठबंधन में 6 पार्टियां हैं, सबकी अपनी डिमांड है। सारी प्रक्रिया साथ-साथ चल रही है। कुछ घंटे में सब कुछ क्लियर हो जाएगा।’ राजेश राम 20 अक्टूबर को पर्चा भरेंगे। इसके लिए लगातार कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर रहे हैं। सवाल: बिहार में लगभग 8 ऐसी सीटें हैं, जिन पर कांग्रेस के भी प्रत्याशी हैं और महागठबंधन के दूसरे दलों के भी। क्या इसका मतलब है कि सीट शेयरिंग फाइनल नहीं हुई? जवाब: देखिए, सीट शेयरिंग का जहां तक मामला है, उस पर हमने बहुत स्पष्ट प्रतिक्रिया दी है। कई सीटों पर क्रॉस डिमांड है और सभी दल अपने-अपने क्षेत्र में मजबूती से दावे कर रहे हैं। अब क्या है कि आज या कल तक आपके सभी सवालों का विराम हो जाएगा।
सवाल: गठबंधन का फैसला कौन लेगा? यह क्यों नहीं हो पा रहा है?
जवाब:गठबंधन को लेकर सारे निर्णयों का अधिकार कोआर्डिनेशन कमेटी के चेयरमैन के पास है, और वे जो फैसला लेंगे, वही अंतिम होगा। गेंद अब उनके पाले में है और हम सभी उनके निर्णय को मानने को तैयार हैं। सवाल: आप कहते हैं एनडीए में फूट है, जबकि वहां पहले फेज का नामांकन पूरा हो गया, आपकी सीटें फाइनल नहीं हुई हैं। क्या इसे समझा जाए? जवाब: नहीं, ये पूरी प्रक्रिया साथ-साथ चल रही है – चाहे चुनावी प्रक्रिया हो, नामांकन की प्रक्रिया हो, या सीट शेयरिंग की। हाँ, अंतिम मोहर अभी कुछ सीटों पर नहीं लगी है, पर अंतिम फैसला कोआर्डिनेशन कमेटी के चेयरमैन को लेना है। और वे हैं तेजस्वी यादव जी। वे इंडिया गठबंधन के नेता हैं और सभी मुद्दों का समाधान उनके हाथ में है। सवाल: कुटुंबा विधानसभा सीट से आरजेडी के दावेदार सुरेश पासवान ने एनआर कटवा लिया। क्या वहां वाकई दोस्ताना मुकाबला होगा? जवाब:देखिए, दोस्ताना मैदान में दोस्ताना नहीं होता। जब सीधी लड़ाई का मौका आता है, तो सीधा मुकाबला ही होता है। जैसा मैंने कहा, सभी निर्णय तेजस्वी जी के हाथ में हैं। इंडिया गठबंधन उनका नेतृत्व मानता है और हम उनके अंतिम फैसले की प्रतीक्षा कर रहे हैं। सवाल: तो कब तक माना जाए कि सीट शेयरिंग का मामला फाइनल हो जाएगा? जवाब: फैसला उन्हें लेना है। हमें उनके निर्णय का इंतजार है। ‘दलित झुकेगा नहीं अब इंकलाब होगा’ सीटों पर खींचतान के बीच राजेश राम ने शुक्रवार देर रात X पर एक पोस्ट शेयर करते लिखा- ‘दलित दबेगा नहीं, झुकेगा नहीं अब इंकलाब होगा। जय बापू ,जय भीम, जय संविधान, जय कांग्रेस l 10 सीटों पर महागठबंधन Vs महागठबंधन अब जानिए 2020 विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की सीट शेयरिंग ———— इसे भी पढ़िए… क्या बिहार में टूटेगा महागठबंधन, 10 सीटों पर आमने-सामने:कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के सामने RJD उतार रही कैंडिडेट; राजेश राम बोले- दलित दबेगा-झुकेगा नहीं, इंकलाब होगा बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए पहले फेज का नामांकन खत्म हो चुका है, लेकिन अब तक महागठबंधन में सीट शेयरिंग पर सहमति नहीं बन पाई। सीटों के बंटवारे को लेकर राजद, कांग्रेस, वामदल और वीआईपी में ऐसी खींचतान मची कि सवाल उठने लगा है कि, क्या महागठबंधन वाकई टूट गया है?​ पूरी खबर पढ़ें।

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