कैथल जिले के चीका में 50 लाख रुपए रिश्वत मांगने के मामले में पकड़े गए भाजपा पार्षद जितेंद्र ने पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर के खेमे से नगरपालिका वाइस चेयरपर्सन के विरोध में मतदान किया था। उनके खिलाफ वोट के बदले नोट मांगने के मामले में केस दर्ज हो गया था, जिसके कारण उन्हें वोट डालने की अनुमति नहीं थी। तब पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर के प्रयासों के बाद ही उनको अविश्वास प्रस्ताव में मतदान करने की अनुमति मिली। पकड़े गए पार्षद की पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर के साथ कई कार्यक्रमों में फोटो और वीडियो भी सामने आई हैं। विधायक गुट में ये पार्षद बता दें कि जिस समय वाइस चेयरपर्सन पूजा शर्मा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया, तो कुलवंत बाजीगर खेमे के 12 पार्षद एक ओर हो गए थे, जबकि पांच पार्षद दूसरे दलों से या फिर निर्दलीय मतदान करने पहुंचे। वाइस चेयरपर्सन के विरोध में वार्ड एक से सुखबीर सिंह, दाे से दलबीर, तीन से अमनदीप कौर, पांच से पुष्पा देवी, सात से शालू, नौ से राजेश, 10 से पूनम, 12 से हरीश, 13 से हरदीप, 14 से जितेंद्र व 16 से तरसेम गोयल ने मतदान किया। उनके ही गुट से वार्ड आठ की रेखा रानी मतदान करने नहीं पहुंची थी। ऐसे में वाइस चेयरपर्सन पूजा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित हो गया था। वाइस चेयरपर्सन के विरोध में मतदान पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर ने कहा कि 12 पार्षदों ने वाइस चेयरपर्सन के विरोध में मतदान किया था। वे सभी उन्हीं के साथ हैं। अगर इन पार्षदों को किसी प्रकार के सहयोग की जरूरत होती है, तो वे सहायता जरूर करते हैं। बेशक जितेंद्र को एसीबी ने गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन वे उनके साथी पार्षदों में से हैं। अविश्वास प्रस्ताव को लेकर देनी थी वोट बता दें कि कैथल के चीका में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने 50 लाख रुपए रिश्वत लेने के मामले में BJP पार्षद को गिरफ्तार किया है। जितेंद्र कुमार चीका नगर पालिका के वार्ड नंबर 14 से पार्षद है। आरोपी ने पूछताछ में दो और पार्षदों के नाम का कबूलनामा किया है। इनसे भी ACB जल्द ही पूछताछ करेगी। साथ ही गिरफ्तार किए गए आरोपी पार्षद के खिलाफ आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। जून माह में विजय कुमार नाम के एक व्यक्ति ने ACB को शिकायत दी थी। शिकायत में कहा गया था कि वार्ड नंबर 14 का पार्षद जितेंद्र कुमार, नगरपालिका वाइस चेयरपर्सन पूजा शर्मा के पक्ष में अविश्वास प्रस्ताव को लेकर वोट देने के एवज में 50 लाख रुपए मांग रहा था। दो और पार्षदों के बारे में जानकारी दी उसमें जितेंद्र ने अपने साथ-साथ दो और पार्षदों के बारे में जानकारी दी थी। इस दौरान पार्षद जितेन्द्र कुमार ने अपने दो अन्य पार्षद साथियों के साथ विजय से संपर्क किया और कहा कि वे प्रस्ताव के विरोध में वोट देंगे, लेकिन इसके बदले 50 लाख रुपए की राशि चाहिए। विजय कुमार के अनुसार तीनों पार्षदों ने 6 लाख रुपए पहले नकद देने की मांग की थी और बाकी रकम बाद में लेने की बात कही। विजय ने यह पूरी बातचीत गुप्त रूप से रिकॉर्ड कर ली और सबूतों सहित ACB को सौंप दी। पार्षद जितेन्द्र कुमार की आवाज का मधुबन स्थित फोरेंसिक साइंस लेबोरेट्री में वॉयस मैच टेस्ट कराया गया, जिसमें रिकॉर्डिंग की आवाज उससे मेल खा गई। वारदात में शामिल लोगों से होगी पूछताछ ACB के इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह का कहना है कि शिकायत पर कार्रवाई करते हुए आरोपी को पकड़ा गया है, जो अन्य लोग इसमें शामिल हैं, उनसे भी पूछताछ की जाएगी। अगर पूछताछ के दौरान कोई तथ्य ऐसा मिला कि वे भी इसमें शामिल थे, तो उनको भी गिरफ्तार कर रिमांड लिया जाएगा। मामले कही लगातार जांच की जा रही है।