भास्कर न्यूज | जालंधर रुके हुए विकास कार्यों, लैंड इन्हासमेंट की राशि 15% ब्याज दर से वसूलने और 2016 से 2023 तक के नॉन कंस्ट्रक्शन चार्ज को दोबारा वसूलने पर एतराज जताया। मंगलवार को सूर्या एनक्लेव वेलफेयर सोसायटी के सदस्यों ने जालंधर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट (जेआईटी) की चेयरपर्सन राजविंदर कौर थियाड़ा और कार्यकारी अधिकारी राजेश चौधरी को मांग पत्र सौंपा। सूर्या एनक्लेव के रेजीडेंट्स का कहना है कि पहले यह ब्याज दर 7.5% थी, जिसे अब बिना किसी सरकारी आदेश के 15% कर दिया गया है। सोसायटी के प्रधान राजीव धमीजा ने कहा कि नॉन कंस्ट्रक्शन फीस में इजाफे के संबंध में जेआईटी मनमर्जी कर रही है। पंजाब के बाकी ट्रस्टों ने 2016 से लेकर 2023 के समय में कोई दोहरी फीस नहीं वसूली थी। सरकार के वादे के उलट ट्रस्ट काम कर रहा है। धमीजा ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने सत्ता में आने से पहले इन्हासमेंट माफी का वादा किया था, जिसे अब तक पूरा नहीं किया गया। वहीं सोसायटी के संरक्षक मुरली मनोहर महाजन ने कहा िक ट्रस्ट अपनी कॉलोनी में पड़ी करोड़ों की संपत्ति को बेचकर उस पैसे से इलाके का विकास करे। गुलशन अग्रवाल ने कॉलोनी में 80 फीट चौड़ी रोड बनाने की मांग की। उन्होंने कहा िक टूटी सड़कों पर पूरा दिन धूल-मिट्टी उड़ती रहती है। इससे बुजुर्गों को सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। सोसायटी के फाउंडर पदाधिकारी रौशन लाल शर्मा ने कहा कि ट्रस्ट ने 24 साल पहले गैस पाइपलाइन, गोल्फ कोर्स, अल्ट्रा मॉडर्न कम्युनिटी सेंटर और काजी मंडी दोमोरिया पूल रोड शुरू करने का वादा किया था। इनका खर्चा प्लॉट की रिजर्व प्राइस में जोड़कर वसूला गया, लेकिन आज तक काम शुरू नहीं हुआ। डेलीगेशन में सिपाही लाल कश्यप, राजेश कुमार, डॉ. केसी कोंडल, सुनील महाजन और अन्य मौजूद रहे। वहीं जेआईटी चेयरपर्सन राजविंदर कौर थियाड़ा ने सोसायटी को आश्वासन देते हुए जल्द पूरे मामले को डायरेक्टर लोकल बॉडीज और उच्च अधिकारियों के सामने रखने का आश्वासन दिया है। जेआईटी चेयरपर्सन राजविंदर कौर थियाड़ा को मांग पत्र सौंपते राजीव धमीजा, रौशन लाल शर्मा, मुरली मनोहर महाजन और डेलीगेशन।