रूपनगर को जालंधर से जोड़ने वाले नए सरहिंद पुल पर छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। दिनदहाड़े हुई इस घटना में पुल से लोहे की प्लेटें और नट-बोल्ट गायब पाए गए, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। घटना के समय पुल पर यातायात पूरी तरह चालू था। बता दे कि यह पुल रूपनगर रेलवे फाटक से लगभग 300 मीटर दूर स्थित है। इसका निर्माण कार्य चार साल तक चला और इसी साल फरवरी में इसे आम यातायात के लिए खोला गया था। यह पुल मुख्य रास्ता होने के साथ-साथ आसपास के कई गांवों के लिए भी एक महत्वपूर्ण संपर्क साधन है। पुल से रोजाना भारी वाहन, बसें और निजी गाड़ियां गुजरती हैं। पुल से महज 100 मीटर की दूरी पर एक बस स्टैंड भी है, जहां हमेशा भीड़ रहती है। मौके से भाग गए युवक 27 नवंबर को दोपहर के समय पुल के नीचे लाइट लगाने सहित अन्य कार्यों में लगे कर्मचारियों ने संदिग्ध गतिविधि देखी। जेसीबी ऑपरेटर राजिंदर सिंह ने बताया कि जब उन्होंने अपनी मशीन खड़ी कर नीचे उतरकर देखा, तो दो युवक उन्हें देखकर मौके से भाग गए।
प्लेटें और नट-बोल्ट गायब जांच करने पर मौके से एक रेंच और कुछ नट-बोल्ट मिले, जबकि पुल की कुछ लोहे की प्लेटें और उनके सपोर्ट गायब पाए गए। एक प्लेट का अंतिम नट भी लगभग खुला हुआ था, जिससे पुल की मजबूती को नुकसान पहुंचने का खतरा था।मौके पर मौजूद रविंदर सैनी ने बताया कि पुल के दोनों ओर से कुछ प्लेटें और नट-बोल्ट गायब थे। 52 करोड़ की लागत से बना पुल इस घटना की सूचना तुरंत पुलिस और प्रशासन को दी गई और 100 नंबर पर कॉल करके सूचित किया गया।राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधिकारी संदीप कुमार ने बताया कि यह पुल 52 करोड़ रुपए की लागत से बना है। लोगों ने सुरक्षा बढ़ाने की मांग की प्रारंभिक जांच में यह निर्माण संबंधी खामी नहीं लगती। पुलिस मामले की जांच कर रही है। स्थानीय लोगों ने पुल पर सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है।