रेवाड़ी के बहाला गांव में बीज दवा विक्रेता मोहन की हत्या के 5 दिन बाद भी कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। सुपारी किलरों द्वारा हत्या किए जाने की आशंका है। प्रारंभिक जांच में हत्या का कारण कारोबार से जुड़ा होना सामने आया है, हालांकि असली वजह हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही स्पष्ट हो सकेगी। पुलिस जांच में सामने आया है कि खाद-बीज विक्रेता मोहन की हत्या पूरी तरह योजनाबद्ध तरीके से की गई, ताकि वारदात के बाद कोई ठोस सुराग न मिले। इसी आधार पर आशंका है कि इस हत्याकांड को अंजाम देने वाले आरोपी बाहर से आए सुपारी किलर हो सकते हैं। सुपारी किसी बाहरी व्यक्ति ने दी या इसके पीछे किसी पारिवारिक अथवा नजदीकी व्यक्ति की भूमिका है, इस पहलू पर भी पुलिस गहनता से जांच कर रही है। डीएसपी ने कहा कि पुलिस इस गुत्थी को सुलझाने के करीब पहुंच चुकी है और जल्द ही खुलासा करेंगे। 23 दिसंबर की शाम की थी हत्या मंगलवार (23 दिसंबर) को मोहन गांव में अपनी दुकान पर बैठा था। उनके साथ बेटा दुष्यंत भी वहीं मौजूद था। शाम करीब 4 बजे कार में सवार होकर दो युवक आए। दवा लेने के बहाने मोहन को बुलाया और गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस को मौके से तीन खोल और एक कंडम कारतूस बरामद हुआ था। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गए थे। परिवार ने दिया था 24 घंटे का अल्टीमेट परिवार ने हत्या के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए शव का पोस्टमॉर्टम करवाने से इनकार कर दिया था। डीएसपी के साथ कई दौर की बातचीत के बाद परिवार माना। परिवार ने इसके साथ आरोपियों को 24 घंटे में गिरफ्तार नहीं करने पर आंदोलन की चेतावनी दी थी। पुलिस ने भी 24 घंटे में गिरफ्तारी का आश्वासन दिया था। पुलिस की 3 टीमें कर रहीं छापेमारी पुलिस हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। कोसली पुलिस के साथ कोसली और रेवाड़ी सीआईए आरोपियों की तलाश में लगी हुई है। आरोपियों की तलाश के साथ पुलिस मृतक के परिवार, रिश्तेदारों और नजदीकी लोगों से भी पूछताछ कर रही है। रिश्तेदारों के भी जुड़े कारोबार से तार जानकारी के अनुसार, मोहन का प्रमुख कारोबार दवाई और बीज का ही था। इसके अलावा भी कुछ और कारोबार से मोहन का नाम जोड़ा जा रहा है। मोहन के साथ कारोबार में उनका एक रिश्तेदार भी जुड़ा हुआ था। जिससे पुलिस हत्याकांड के अंतिम नतीजे तक पहुंचने से पहले हर एंगल को खंगाल रही है। जिससे हत्याकांड से जुड़ी कोई कड़ी छूट न जाए। परिवार भी चुप और पुलिस भी खामोश पुलिस के आश्वासन और परिवार के अल्टीमेट की समय सीमा खत्म होने के दो दिन बीत चुके हैं। आरोपी अभी भी पुलिस के हाथ नहीं लग पाए हैं। पुलिस अभी भी हत्याकांड पर चुप्पी साधे हुए है। परिवार भी वेट एंड वाच की नीति अपनाए हुए हैं। डीएसपी बोले- जल्द खुलासा करेंगे डीएसपी कोसली विद्यानंद ने कहा कि पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। कुछ सुराग पुलिस के हाथ लगे हैं। सभी कड़ियों को आपस में जोड़ा जा रहा है। पुलिस आरोपियों तक पहुंचने के करीब है और गिरफ्तारी के बाद जल्द इसका खुलासा कर दिया जाएगा।