रोहतक में हाइफा अवॉर्ड 2024 घोषित:सुपवा में होगा सम्मान समारोह, ‘थर्सडे स्पेशल’ सर्वश्रेष्ठ हिंदी शॉर्ट फिल्म, ‘राम मिले भगवान’ टॉप गीत

हरियाणवी इनोवेटिव फिल्म एसोसिएशन (हाइफा) ने अपनी चतुर्थ पुरस्कार प्रतियोगिता 2024 के नतीजे घोषित कर दिए हैं। हाइफा के वाइस प्रेसिडेंट यशपाल शर्मा ने बताया कि इसमें 2024 में बनी शॉर्ट फिल्में, हरियाणवी वीडियो गीत और कहानी लेखन को शामिल किया गया था। सभी विजेताओं को सुपवा रोहतक में होने वाले वार्षिक समारोह में सम्मानित किया जाएगा। हाइफा के प्रधान जनार्दन शर्मा और महासचिव रामपाल बलहारा ने बताया कि हिंदी शॉर्ट फिल्म श्रेणी में ‘थर्सडे स्पेशल’ को पहला स्थान मिला है। ‘हैंड फुल ऑफ लाइफ’ दूसरे और ’20 रुपए नोट’ तीसरे स्थान पर रही। ‘थर्सडे स्पेशल’ फिल्म के लिए राम मिश्रा को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता और शकुंतला मिश्रा को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार मिला है। शॉर्ट फिल्मों में नचार रही प्रथम
हरियाणवी शॉर्ट फिल्मों की श्रेणी में नचार प्रथम, भाई द्वितीय और भोगा भगत तृतीय स्थान पर रहे। फिल्म बस्ता और बकरी फिल्मों को सांत्वना पुरस्कार के लिए चुना गया। इस श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता चेतन कौशिक और सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री नैना शर्मा दोनों फिल्म नचार व सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार कुलदीप को बस्ता फिल्म के लिए चुना गया है। डॉक्यूमेंट्री फिल्मों की श्रेणी में प्रथम फिल्म घूंघट और द्वितीय क्राफ्ट हैंड फुल रही। ज्यूरी कमेटी के सदस्यों में प्रख्यात बॉलीवुड फिल्म निर्देशक राजीव भाटिया, निर्मात्री वंदना भाटिया तथा लेखक महिपाल सैनी शामिल रहे। हरियाणवी वीडियो गीत पुरस्कार प्रतियोगिता के परिणाम
वीडियो गीत प्रतियोगिता में पहले स्थान पर राम मिले भगवान, दूसरे पर न्यारा हरियाणा और तीसरे स्थान पर ब्यूटी एंड ड्यूटी गीत को चुना गया। वहीं, तेरे प्यार में कतई बावली गीत को सांत्वना पुरस्कार के लिए चुना गया है। उमेश वर्मा और गीता सिंह को सर्वश्रेष्ठ पुरुष व महिला गायक चुना गया है। केला पति राहीवाल को सांत्वना पुरस्कार के लिए चुना गया है। कहानी लेखन प्रतियोगिता के परिणाम
कहानी लेखन पुरस्कार प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार के लिए संयुक्त रूप से डॉ. श्याम वशिष्ठ की कहानी फ्राइड राइस और अखरोट तथा मीना मलिक की कहानी सिमटती यादें के लिए चुना गया है। द्वितीय स्थान पर रामरतन पांडे की कहानी हार और तृतीय पुरस्कार के लिए संयुक्त रूप से सुरेश बरनवाल की कहानी दस्तावेज और डॉ. मनुहार शर्मा की कहानी बाबा की बुलेरी को चुना गया। हरियाणवी कहानी पुरस्कार प्रतियोगिता की श्रेणी में चंद्रशेखर शर्मा की कहानी अलबेली को प्रथम और मनोज कुमार की कहानी लोन दूसरे तथा संगीता देवी की कहानी काली कढ़ावणी तीसरे स्थान पर रही। इनका चयन ज्यूरी कमेटी के सदस्यों साहित्यकार डॉ. मधुकांत, डॉ. रामफल चहल और डॉ. अंजना गर्ग ने किया।

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