लड़की के लिए ‘पीयूष’ बना ‘अली’, धर्मांतरण गैंग से जुड़ा:ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस्लाम कबूल कराना टारगेट, भरतपुर का काजी करा चुका दर्जनों निकाह

जयपुर के हसनपुरा का पीयूष सना नाम की लड़की के प्यार में धर्म बदलकर मोहम्मद अली बन गया। धर्म बदलने के बाद सना ने उसका फोन उठाना बंद कर दिया और उससे सारे रिश्ते तोड़ दिए। इसके बाद मोहम्मद अली उर्फ पीयूष धर्मांतरण गैंग का एक्टिव मेंबर बन गया। फिलहाल मोहम्मद अली आगरा पुलिस की गिरफ्त में है। पूछताछ में उसने धर्मांतरण गिरोह से जुड़े कई राज खोले हैं। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… धर्म बदलकर धर्मांतरण गैंग का हिस्सा बन गया
पुलिस की पूछताछ में मोहम्मद अली उर्फ पीयूष ने बताया कि साल 2021 में वह सना से मिला। दोनों की मुलाकात दोस्ती में बदली। धीरे-धीरे उसे सना से प्यार हो गया। शादी की बात आई तो सना ने शर्त रखी- ‘मुझसे शादी करनी है, तो मुसलमान बनो।’ पीयूष ने बिना सोच-समझे हां कह दी और दिल्ली रवाना हो गया। दिल्ली में उसकी मुलाकात कलीम सिद्दीकी (जो अब अवैध धर्मांतरण के मामले में जेल में है) से हुई। कलीम सिद्दीकी की मदद से पीयूष ने नाम बदलकर मोहम्मद अली रखा। एक शपथपत्र पर हस्ताक्षर किए। इसके बाद मुफ्ती अब्दुल मजीद के जरिए उसे धार्मिक शिक्षा के लिए पश्चिम बंगाल भेजा। वहां वह आसनसोल, वर्धमान और कटवाड़ा पाड़ा के मदरसों में 3 महीने तक रहा। वहां से लौटते समय मोहम्मद अली उर्फ पीयूष पूरी तरह से प्रशिक्षित था। अब वह सिर्फ धर्मांतरित नहीं, बल्कि कन्वर्जन सिंडिकेट का हिस्सा बन चुका था। सना ने बात करना बंद किया, घरवालों ने निकाला, दूसरी मुस्लिम युवती से शादी
मोहम्मद अली उर्फ पीयूष ने बताया कि धर्म परिवर्तन के बाद वह टोंक लौटा तो सना ने उससे बात करना बंद कर दिया। उसका मोबाइल स्विच ऑफ आ रहा था। बाद में पता चला कि सना भी धर्मांतरण गैंग की सक्रिय सदस्य थी। वह हिंदू लड़कों को जाल में फंसाकर धर्म परिवर्तन कराती थी। इधर, धर्म परिवर्तन के बाद मोहम्मद अली उर्फ पीयूष को उसके परिवार वालों ने घर से निकाल दिया। उससे सारे रिश्ते खत्म कर लिए। इसके बाद मोहम्मद अली ने मुस्लिम युवती से शादी कर ली। उसका घर उत्तर प्रदेश के बरेली में है। वहीं उसकी मुलाकात PFI (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) के नेता मोहम्मद गौस से हुई। गौस के जरिए वह फिर कलीम सिद्दीकी के संपर्क में आया। मोहम्मद अली को राजस्थान में धर्मांतरण फैलाने की जिम्मेदारी दी गई। कौन है कलीम सिद्दीकी : सामूहिक धर्मांतरण के मामले में कलीम सिद्दीकी और उसके साथियों को 2021 में एटीएस ने गिरफ्तार किया था। 2024 में कलीम और उसके 12 साथियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई जा चुकी है। ज्यादा से ज्यादा लोगों को मुसलमान बनाना था टारगेट
मोहम्मद अली उर्फ पीयूष धर्मांतरण गिरोह के सदस्य के रूप में एक्टिव था। पुलिस पूछताछ में उसने कबूल किया कि उसने कई लोगों का धर्म परिवर्तन कराया था। उसने जयपुर की एक डॉक्टर युवती को प्रेम जाल में फंसा लिया था। वह उसे इस्लाम की ओर आकर्षित कर रहा था। इस काम में उसका साथी जुनैद कुरैशी भी शामिल था, जो सोशल मीडिया के जरिए लड़कियों को फंसाने में माहिर था। ये लोग कम उम्र की लड़कियों से पहले दोस्ती करते थे। फिर उन्हें सोशल मीडिया और यूट्यूब वीडियो के जरिए इस्लाम की ओर आकर्षित करते थे। फिर जब लड़कियां पूरी तरीके से इनके विश्वास में आ जाती थी तो उन्हें अन्य राज्यों में ले जाते थे और फिर निकाह करके उनका धर्म बदलवा देते थे। इनका टारगेट ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस्लाम धर्म कबूल करवाना था। 6 महीने में 25 से ज्यादा लड़कियों का धर्म परिवर्तन
पूछताछ में मोहम्मद अली ने बताया कि करीब एक साल पहले इंस्टाग्राम पर उसकी मुलाकात आयशा नाम की महिला से हुई। वह धर्म परिवर्तन करने वाली लड़कियों के नाम गजट में छपवाने का काम करती थी। पुलिस पूछताछ में मोहम्मद अली ने कबूला कि 6 महीने में हमने 25 से ज्यादा धर्मांतरण सर्टिफिकेट तैयार कराए। दिल्ली, यूपी, राजस्थान की लड़कियां इसमें शामिल थीं। धर्मांतरण गैंग का मास्टरमाइंड अब्दुल रहमान कुरैशी
मोहम्मद अली ने पुलिस की पूछताछ में अब्दुल रहमान के नाम का भी खुलासा किया। उसने बताया कि धर्मांतरण गैंग का मास्टरमाइंड अब्दुल रहमान कुरैशी ही है। मोहम्मद अली ने बताया- रहमान यूट्यूब चैनल और पॉडकास्ट के जरिए इस्लामी कट्टरपंथ का प्रचार करता था। अब्दुल रहमान को पुलिस ने दिल्ली से अरेस्ट किया है। पूछताछ में ओसामा नाम के शख्स का भी नाम सामने आया। आगरा पुलिस अब ओसामा का पता कर रही है। इस गिरोह का दूसरा प्रमुख सदस्य है- जुनैद कुरैशी, जो जयपुर का रहने वाला है। पुलिस के अनुसार, जुनैद मोहम्मद अली के लिए काम करता था। वह सोशल मीडिया के जरिए लड़कियों से संपर्क करता और मोहब्बत का नाटक कर उन्हें धीरे-धीरे धर्मांतरण की ओर धकेलता। भरतपुर से बुलाया काजी
पूछताछ में यह भी सामने आया कि दिल्ली का अब्दुल रहमान कुरैशी निकाह के लिए राजस्थान से काजी बुलवाता था। अब एक नई कड़ी भरतपुर से जुड़ रही है, जहां एक काजी की तलाश की जा रही है, जो उत्तर प्रदेश जाकर गिरोह के लिए जबरन निकाह करवाता था। भरतपुर का यह काजी अब्दुल रहमान के संपर्क में था और दर्जनों निकाह करवा चुका है। हालांकि इस बारे में जब भरतपुर एसपी दिगंत आनंद से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने हमसे कोई संपर्क नहीं किया है। अगर किसी काजी की तलाश है तो वह अपने लेवल पर इन्वेस्टिगेशन कर रहे होंगे। हमें अब तक इस मामले में कोई जानकारी आगरा पुलिस की ओर से नहीं दी गई है। जयपुर के हसनपुरा में रहता था परिवार
मोहम्मद अली उर्फ पीयूष का परिवार जयपुर के हसनपुरा में रहता था। भास्कर रिपोर्टर मौके पर पहुंची तो पड़ोसियों ने बताया करीब एक साल पहले परिवार ने मकान किसी अन्य व्यक्ति को बेच दिया। उस आदमी ने पुराना मकान गिरा कर नया बनवाना शुरू कर दिया। पड़ोस के दो-तीन लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया- पीयूष अचानक बदलने लगा। वह लंबी दाढ़ी रखने लग गया। कुर्ता-पायजामा पहनने लगा। इस्लाम की बातें करने लगा। पहले तो हम कुछ समझ नहीं पाए, फिर पता चला कि उसने धर्म बदल लिया है। पीयूष के धर्म बदलने के बाद से घर में क्लेश शुरू हो गया था। उसकी मां बेहद परेशान रहने लगी थीं। पिताजी गुमसुम हो गए थे। परिवार दुखी था। धीरे-धीरे वे मोहल्ले से कटते चले गए। अब तो उनका किसी से कोई संपर्क भी नहीं है। जब आगरा पुलिस ने मोहम्मद अली को धर्मांतरण रैकेट में पकड़ा और उसकी फोटो न्यूज में आई। तब जाकर हमें पता चला कि ये तो पीयूष है।

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