पंजाब के पठानकोट के लेफ्टिनेंट कर्नल भानू प्रताप सिंह और गुरदासपुर जिले में दीनानगर के गांव शमशेरपुर के नायक दलजीत सिंह लद्दाख की दुर्गम वादियों में देश की सेवा करते हुए वीरगति को प्राप्त हो गए। बुधवार सुबह लद्दाख में सेना का काफिले अचानक भूस्खलन की चपेट में आ गया। इस घटना में वाहन में बैठे तीन अन्य जवान घायल हो गए। हादसे की खबर मिलते ही पठानकोट और गांव शमशेरपुर में शोक की लहर दौड़ गई। सेना के अधिकारियों ने परिवार को जानकारी दी कि यह हादसा सुबह करीब 11:30 बजे हुआ जब सेना का काफिला दुर्बुक से चोंगताश की ओर जा रहा था। जैसे ही वाहन KM 74 के पास पहुंचा, अचानक भारी भूस्खलन हो गया। इसी दौरान एक चट्टान सैन्य वाहन के ऊपर आ गिरी। वाहन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। घटना के समय नाकय दलजीत सिंह गाड़ी चला रहे थे। सभी फायरिंग रेंज की ओर जा रहे थे। हादसे में तीन जवान शहीद हादसे में तीन अन्य जवान – मेजर मयंक शुभम (14 सिंध हॉर्स), मेजर अमित दीक्षित और कैप्टन गौरव (60 आर्म्ड) घायल हुए हैं। उन्हें लेह स्थित 153 जनरल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। गांव में पसरा मातम, लोगों की आंखें नम दलजीत सिंह की शहादत की खबर जैसे ही उनके गांव शमशेरपुर पहुंची, परिवार और ग्रामीणों पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा। परिजनों की आंखों में आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे। गांव में चारों ओर गमगीन माहौल है। गांववासियों ने बताया कि दलजीत सिंह बचपन से ही देशभक्ति की भावना से ओत-प्रोत थे और सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करना उनका सपना था। वह पिछले कई वर्षों से सेना में सेवा दे रहे थे और लद्दाख में तैनात थे। वहीं, पठानकोट के भानू को जून में ही प्रमोशन मिला था और वे लेफ्टिनेंट कर्नल बने थे। सैन्य सम्मान के साथ आज होगी विदाई आज दोनों शहीदों का पार्थिव शरीर पंजाब लाया जाएगा। पठानकोट में शहीद भानू प्रताप सिंह और गुरदासपुर में दलजीत सिंह को अंतिम विदाई दी जाएगी। लद्दाख से दोनों के पार्थिव शरीर आज पठानकोट एयरबेस पर पहुंचेंगे। शहीद हवलदार दलजीत सिंह का पार्थिव शरीर पैतृक गांव और शहीद भानू प्रताप सिंह को उनके घर लाया जाएगा। जहां पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।