लुधियाना के एडवोकेट को सीमा पार पाकिस्तान से जान से मारने की धमकी मिल रही है। विदेशी नंबरों और सोशल मीडिया एप्स के जरिए एडवोकेट को धमकियां मिली। धमकी देने वाला एक आरोपी खुद को शहजाद भट्टी बता रहा था जबकि दूसरा शहजाद भट्टी को अपना बड़ा साहब कह रहा था। विदेशी नंबरों, फेसबुक, वाट्सएप, इंस्टाग्राम व अन्य माध्यमों से कॉल आने के बाद एडवोकेट डॉ गौरव अरोड़ा ने डीजीपी पंजाब, चीफ जस्टिस ऑफ पंजाब एंड हरियाणा, चीफ जस्टिस ऑफ सुप्रीम कोर्ट व बार एसोसिएशन लुधियाना को अपनी शिकायत भेजी है और खुद की जान को खतरा बताया है। सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की तो मिली धमकियां डॉ. गौरव अरोड़ा ने बताया कि वे राष्ट्रहित और न्याय व्यवस्था से जुड़े कई संवेदनशील मामलों में कार्यरत हैं। उन्होंने हाल ही में सीमा पार अपराध और राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित एक प्रतिवेदन अपने क्लाइंट गुरसिमरन सिंह मंड की ओर से सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की। उसके बाद से ही लगातार उन्हें धमकियां मिलने लगी। उन्होंने बताया कि इसी कारण उन्हें धमकियां मिल रही हैं। क्लाइंट गुरसिमरन सिंह मंड को मिल रही धमकियां एडवोकेट गौरव अरोड़ा का कहना है कि वो गुरसिमरन सिंह मंड के केस लड़ते हैं। उन्हें आतंकियों से बार बार धमकियां मिलती हैं। उन्होंने बताया कि जो धमकियां उन्हें मिल रही है वहीं धमकियां उनके क्लाइंट को भी दी जा रही है। डीजीपी, चीफ जस्टिस को भेजी शिकायत डॉ गौरव ने बताया कि उन्होंने इस मामले में पंजाब पुलिस महानिदेशक को शिकायत भेजी है और मामले की तत्काल जांच तथा सुरक्षा की मांग की है। साथ ही उन्होंने इस विषय पर सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस, पंजाब एवं हरियाणा कोर्ट के चीफ जस्टिस और जिला बार एसोसिएशन, लुधियाना को भी अवगत कराया है। डीजीपी ने इस मामले की जांच साइबर सेल को भेज दी है। धमकी देने वाला पंजाबी में कर रहा है बात एडवोकेट डॉ गौरव अरोड़ा को जो धमकी दे रहा है वह पंजाबी में बात कर रहा है। वह कह रहा है कि तुझे काफी समय से कह रहे थे कि चुप हो चुप। लेकिन तू नहीं मान रहा है। तू अपना हिसाब लगा दे। मेरे बंदों को अनाप-शनाप बोल रहा है। तू बड़े साहब के खिलाफ भी बोला है। आ रहे हैं तेरे पास। तू चिंता न कर आ रहे हैं। तेरा हिसाब किताब लगा देंगे। एक वीडियो भेजा है उसे देख।