पंजाब की लुधियाना सेंट्रल जेल के असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट को पुलिस ने नशे के केस में गिरफ्तार किया है। उसके साथ 2 हवालाती भी पकड़े गए हैं। यह चेकिंग CRPF के कर्मचारियों की मदद से की गई थी। पुलिस के मुताबिक LED लाइट की बॉडी में डबल टेप लगाकर नशा छुपाया गया था। इसके अंदर 10 मोबाइल भी छुपा रखे थे। पुलिस ने जब 2 हवालातियों को पकड़ा तो पूछताछ में उन्होंने असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट का नाम उगल दिया। यही नहीं, जब पुलिस असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट को कोर्ट में पेशी पर लाई तो उसकी हथकड़ी नहीं लगाई, ताकि मीडिया उसकी पहचान न कर सके। मगर, जब फोटो खींची गई तो असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट मुंह छुपाने की कोशिश करता रहा। देर शाम तीनों आरोपियों के खिलाफ धारा 20, 22, 29, 52-A(1) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। यह मामला डिप्टी सुपरिंटेंडेंट सिक्योरिटी केंद्रीय जेल जगजीत सिंह के बयानों पर दर्ज हुआ है। पूरा मामला सिलसिलेवार समझिए.. हथकड़ी न लगाने पर पुलिसकर्मियों से सीधी बात… सवाल- आरोपी के हथकड़ी क्यों नहीं लगाई?
जवाब – कोर्ट में हथकड़ी नहीं लगा सकते। हथकड़ी हमारे पास है।
सवाल- हथकड़ी तो आपने गाड़ी में रखी हुई है ?
जवाब- ऐसा कुछ नहीं है।
सवाल- अक्सर आरोपी पेशी के दौरान भाग जाते है ?
जवाब- ऐसे कैसे भाग जाएंगे, मेरे केसों में एक भी ऐसा मामला नहीं है। जनवरी 2024 में दो असिस्टेंट सुपरिंटेंडेंट किए गए थे गिरफ्तार
जेल में मोबाइल और नशा मिलने का यह पहला मामला नहीं है। पूर्व में भी कैदियों को मोबाइल पहुंचाने के मामले में दो जेल सुपरिंटेंडेंट सतनाम सिंह और गगन शर्मा को पकड़ा था। उनके खिलाफ थाना डिवीजन नंबर सात में मामला दर्ज किया गया था। तब दोनों पर आरोप थे कि जेल में बंद कैदियों तक मोबाइल पहुंचाते हैं। साथ ही नशा तस्करी भी करते हैं। इन दोनों अधिकारियों पर पैसे लेकर कैदियों तक आपत्तिजनक सामान पहुंचाने का आरोप था।