लुधियाना नगर निगम हाउस की बैठक अंबेडकर भवन में आज:मेयर इंद्रजीत कौर को घेरने की तैयारी में भाजपा, शिअद व कांग्रेसी पार्षद

पंजाब के सबसे बड़े नगर निगम लुधियाना के हाउस की बैठक आज जालंधर बाईपास स्थित अंबेडकर भवन में 11 बजे से शुरू होगी। मेयर इंद्रजीत कौर ने हाउस की बैठक का जो एजेंडा पार्षदों को जारी किया है उसमें FCC के प्रस्तावों को छोड़ दिया जाए तो लोकहित से जुड़े सिर्फ तीन प्रस्ताव शामिल किए हैं। जिसमें से एक प्रस्ताव स्ट्रीट लाइट, दूसरा फायर ब्रिगेड और तीसरा निगम क्षेत्र से बाहर की कॉलोनियों को सीवरेज कनेक्शन देने से संबंधित है। इसके अलावा एक भी प्रस्ताव आम लोगों से जुड़ा नहीं है। वहीं दूसरी तरफ विपक्षी दल भाजपा, कांग्रेस व शिअद के पार्षदों ने मेयर इंद्रजीत कौर को घेरने की पूरी तैयारी की है। इसके लिए पार्टियों ने अपने अपने स्तर पर बाकायदा बैठकें भी की हैं और उसमें अपने मुद्दे रखने की रणनीति भी बनाई है। मेयर ने अगर विपक्षी पार्षदों को बोलने का समय नहीं दिया तो उन्हें पार्षदों के विरोध का सामना करना पड़ सकता है। एजेंडे में लोकहित के कौन तीन प्रस्ताव हैं, जानिए: प्रस्ताव संख्या 7: शहर में स्ट्रीट लाइट्स बदलना नगर निगम के 95 वार्डों में खराब स्ट्रीट लाइट्स काे बदलने के लिए एजेंडे में प्रस्ताव शामिल किया गया है। एजेंडे में 5 हजार नई स्ट्रीट लाइट्स खरीदी जानी हैं। हर पार्षद को लगभग 50 स्ट्रीट लाइट्स दी जानी हैं। ऑल पार्टी मीटिंग में विपक्षी पार्षदों ने डिमांड की थी कि हर पार्षद को 100 स्ट्रीट लाइट्स की जरूरत है। इसलिए 5 हजार के बजाय 10 हजार लाइट्स खरीदी जाएं। प्रस्ताव संख्या 15: फायर कर्मियों के नए पद होंगे सृजित लुधियाना नगर निगम की फायर ब्रिगेड में कर्मचारियों की भारी कमी है। लुधियाना नगर निगम बनने से अब तक फायर कर्मियों के पदों की गिनती नहीं बढ़ाई गई। नगर निगम में लीडिंग फायरमैन के 18 पद, ड्राइवर के 19 और फायरमैन के 86 पद मंजूर हैं। जबकि कुल लीडिंग फायरमैन के 66, ड्राइवर के 66 और फायरमैन के 264 फायरमैनों की जरूरत है। इस तरह नगर निगम को 48 लीडिंग फायरमैन, 47 ड्राइवर और 178 फायरमैन के नए पद सृजित करने होंगे। मेयर ने इस प्रस्ताव को एजेंडे में रखा है। इसकी डिमांड लंबे समय से की जा रही थी। प्रस्ताव संख्या 16: निगम लिमिट से बाहर की कॉलोनियों के सीवर कनेक्शन संबंधी लुधियाना शहर के आसपास यानि निगम क्षेत्र से बाहर हजारों की संख्या में कॉलोनियां विकसित हो चुकी हैं। उन कॉलोनियों के सीवरेज कनेक्शन अवैध तरीके से नगर निगम के सीवरेज से जुड़े हैं और कॉलोनाइजर निगम को उसकी फीस नहीं दे रहे। नगर निगम ने अब उनके सीवरेज कनेक्शन के लिए नई पॉलिसी तैयार की है। उस पॉलिसी को भी हाउस की बैठक में पास करवाया जाना है। निगम हाउस के एजेंडे में ये प्रस्ताव हैं शामिल प्रस्ताव 1: 9 मई को हुई हाउस की बैठक में रखे गए प्रस्तावों को कार्रवाई के लिए मंजूरी लेना। प्रस्ताव 2: पिछली FCC की बैठकों में पास किए गए प्रस्ताव को मंजूरी। प्रस्ताव 3: कुछ रिहायशी प्लाट बेचने से संबंधित। प्रस्ताव 4से 6, 12: कर्मचारियों की बदली से संबंधित। प्रस्ताव 7: शहर में पांच हजार स्ट्रीट लाइट्स बदलने से संबंधित। इसमें पार्षदों ने स्ट्रीट लाइट की गिनती 10 हजार करने की मांग पूर्व में की है। प्रस्ताव 8: नूरवाला रोड का नाम बदलने से संबंधित। प्रस्ताव 9से11 व 14: तरस के आधार पर मृतक कर्मचारियों के परिजनों को नौकरी। प्रस्ताव 13, 17 व 18: सड़कों को कॉमर्शियल करने संबंधित। प्रस्ताव 15: फायर ब्रिगेड में नए पद सृजित करने से संबंधित। प्रस्ताव 16: निगम लिमिट से बाहर की कॉलोनियों के सीवरेज को कनेक्शन देने के लिए बनी पॉलिसी पास करवाने से संबंधित। जिन पर घिर सकते हैं मेयर-कमिश्नर, जानिए कांग्रेस पार्षद पति इंदी पर एफआईआर व उसकी गिरफ्तारी: कांग्रेस पार्षद के पति इंद्रजीत सिंह इंदी पर निगम अफसरों द्वारा पर्चा दर्ज करवाकर उन्हें गिरफ्तार करवाने का मुद्दा नगर निगम हाउस की बैठक में उठाया जाएगा। कांग्रेस पार्षद दल के नेता व पूर्व डिप्टी मेयर शाम सुंदर मल्होत्रा का कहना है कि इस मुद्दे पर मेयर-कमिश्नर से जवाब मांगेंगे। आखिर झूठा पर्चा दर्ज करके उन्हें क्यों फंसाया गया? अफसरों द्वारा पार्षदों को धमकी देना: एडिशनल कमिश्नर और पार्षदों के बीच हुई बहस के बाद एडिशनल कमिश्नर ने सीधे पार्षदों को धमकी दे दी थी कि जो भी काम में बाधा डालेगा उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। विकास कार्यों के उद्घाटन में पार्षदों की अनदेखी: भाजपा पार्षद दल की नेता पूनम रतड़ा का कहना है कि शहर में विकास कार्य पार्षद कोटे से हो रहे हैं और उनका उद्घाटन एमएलए कर रहे हैं। एमएलए विपक्ष के पार्षदों की अनदेखी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस मुद्दे को भी हाउस की बैठक में रखा जाएगा और यह सुनिश्चित करवाया जाएगा कि एमएलए अगर उद्घाटन करते भी हैं तो पार्षद को जरूर बुलाया जाए चाहे वो किसी भी पार्टी का हो। हाउस में बोलने न दिया तो होगा हंगामा: सूत्रों के अनुसार भाजपा व कांग्रेस के पार्षदों ने एक बैठक की और साफ कर दिया कि अगर हाउस की बैठक में विपक्षी पार्षदों को बोलने नहीं दिया गया और विधायकों ने मीटिंग को हाईजैक किया तो उसका डटकर विरोध किया जाएगा। दरअसल हाउस में शहर के छह के छह विधायक आप के हैं।

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