लुधियाना में दादा ने पोती का फेक बर्थ सर्टिफिकेट बनवाया:पहचान बदलकर दूसरे शख्स को दिखाया पिता, वैवाहिक विवाद के कारण बहू रह रही अलग

लुधियाना में वैवाहिक विवाद के बीच एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक दादा ने अपनी छह साल की पोती का फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनवा दिया। पोती की मां की शिकायत पर बस्ती जोधेवाल पुलिस ने न्यू सुभाष नगर निवासी जसवीर सिंह और मायापुरी निवासी उसके साथी सुनील कुमार के खिलाफ केस दर्ज किया है। आरोप है कि दोनों ने मिलकर बच्ची तनवीर कौर की पहचान बदल दी, उसका नाम “राइमा” रख दिया और सुनील कुमार को उसका पिता दिखाकर जाली दस्तावेजों के जरिए फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनवाया। पुलिस को शक है कि यह सब बच्ची की मां की कानूनी कस्टडी को प्रभावित करने के मकसद से किया गया। मामले में दो पुलिसकर्मियों की भूमिका भी संदिग्ध मानी जा रही है, जिनकी जांच की जा रही है। पुलिस अब इस पूरे फर्जीवाड़े की गहराई से जांच कर रही है। बहू चिंकी की शिकायत पर दर्ज हुआ केस मोहाली में रहने वाली जसवीर सिंह की बहू चिंकी द्वारा औपचारिक शिकायत के बाद यह मामला सामने आया। चिंकी ने खुलासा किया कि वैवाहिक डिस्प्यूट के बाद, वह शुरू में अपने पति को अपनी बेटी की कस्टडी रखने के लिए सहमत हो गई थी। लेकिन अगस्त 2020 में, जब उसके पति को ड्रग तस्करी के मामले में गिरफ़्तार किया गया, तो उसने पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के ज़रिए बच्ची की कस्टडी फिर से अपने पास हासिल कर ली। सार्वजनिक रिकॉर्ड में आरोपियों ने की हेराफेरी बाद में उसे अपनी बेटी की जाली पहचान वाले जन्म प्रमाण पत्र के बारे पता चला, जिससे वह हैरान रह गई- ये प्रमाण पत्र तब जारी किया गया था जब उसकी बच्ची कानूनी रूप से उसकी देखभाल में थी। चिंकी ने कहा कि उन्होंने मेरी बेटी की पहचान मिटाने और किसी और के नाम से इसे फिर से लिखने का प्रयास किया। उन्होंने अपने ससुर और उनके सहयोगी पर लाभ उठाने के लिए जानबूझकर सार्वजनिक रिकॉर्ड में हेराफेरी करने का आरोप लगाया। यह घोटाला इस आरोप के साथ और बढ़ गया है कि इस मामले को पहले आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) के पुलिस कर्मियों ने केस को डिरेल कर दिया था। शिकायतकर्ता के अनुसार, शुरुआती जांच अधिकारी ने जाली दस्तावेजों को खारिज कर दिया और स्पष्ट विसंगतियों के बावजूद आरोपी को क्लीन चिट दे दी। नए जांच अधिकारी सब-इंस्पेक्टर सुखविंदर सिंह ने बताया कि जसवीर सिंह और सुनील कुमार पर आईपीसी की धारा 417 (धोखाधड़ी), 465 (जालसाजी), 468 (धोखाधड़ी के लिए जालसाजी), 471 (जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल) और 120-बी (आपराधिक साजिश) के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तलाश जारी है।

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