लुधियाना में मंत्री शिवराज सिंह के दौरे पर सियासत:मंत्री अमन अरोड़ा-तरुणप्रीत सौंध बोले- भाजपा पंजाब के मंत्रियों का अपमान करती है

केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान मंगलवार (14 अक्टूबर) को पंजाब के दौरे पर रहे। इस दौरान लुधियाना में केंद्रीय मंत्री के कार्यक्रम में शामिल हुए पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुडियांं ने केंद्र सरकार की तरफ से बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए किए जा रहे कार्यों से संतुष्टि जताई। वहीं दूसरी तरफ आप के प्रदेश प्रधान व कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा और कैबिनेट मंत्री तरुणप्रीत सौंध ने शिवराज चौहान के बयान पर सवाल उठाए है। उन्होंने कहा कि भाजपा पंजाब के मंत्रियों का अपमान करती है। अमन अरोड़ा ने लुधियाना में कहा कि केंद्रीय मंत्री गल्लां दा कड़ाह न बणाओ जमीन ते कम्म करो। यही नहीं केंद्र सरकार की तरफ से बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए दी जा रही राशि पर भी सवाल खड़े किए। तरुणप्रीत सौंध ने कहा कि प्रधानमंत्री ने गुरदासपुर में हरदीप सिंह मुंडियां का अपमान किया और शिवराज सिंह चौहान ने लुधियाना में उनको अपमानित करने की कोशिश की। शिवराज सिंह के बयान पर आप ने खोला मोर्चा शिवराज सिंह चौहान ने लुधियाना में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था कि उनके पास ग्रामीण विकास मंत्रालय भी है और क्षतिग्रस्त मकानों को बनाने के लिए जो मंजूर राशि का पत्र उन्होंने कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुडियांं को सौंपा है उसके लिए उन्होंने ग्रामीण विकास मंत्री पंजाब सरकार को भी बुलाया था लेकिन वो नहीं आए। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी तरफ से मुख्यमंत्री को भी पत्र लिखा गया था। इसके अलावा शिवराज चौहान ने अपने भाषण में कहा था कि पंजाब के मुख्यमंत्री को कह दो कि राज्य में प्रधानमंत्री किसान बीमा योजना शुरू करवा दो ताकि किसानों को फायदा मिले। उसके बाद आम आदमी पार्टी के नेताओं ने शिवराज चौहान के खिलाफ बयान बाजी शुरू कर दी। शिवराज चौहान आप सरकार पर खुलकर बोलने से बचते रहे लुधियाना में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शिवराज सिंह के साथ गुरमीत सिंह खुडियांं भी बैठे रहे। शिवराज सिंह चौहान से भास्कर एप ने सवाल किया कि बाढ़ पीड़ितों के लिए 1600 करोड़ रुपए के पैकेज पर पंजाब सरकार ने केंद्र सरकार के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास किया और इसे नाकाफी बताया। इस पर शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हम काम कर रहे हैं। जिसने जो करना है वो करे। इस विषय पर राजनीतिक बयानबाजी नहीं करेंगे। वो पंजाब सरकार के खिलाफ खुलकर बोलने से कतराते रहे। शिवराज सिंह के साथ चंडीगढ़ से एक ही गाड़ी में आए खुडियांं केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान चंडीगढ़ से लुधियाना कार से आए। खुडियांं उनके साथ ही कार में बैठकर आए। खुडियांं मक्का अनुसंधान संस्थान के कार्यक्रम तक उनके साथ रहे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी साथ रहे और दोनों मंत्री एक दूसरे की तारीफ भी करते रहे। इस दौरान जब खुडियांं से सवाल किया गया कि वो केंद्र के काम से संतुष्ट हैं तो उन्होंने हां में जवाब दिया। खुडियांं के अलग होते ही आप ने विरोध जताना शुरू किया शिवराज सिंह चौहान और गुरमीत सिंह खुडियांं प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद अलग हुए। शिवराज चौहान नूरपुर बेट गए और खुडियांं वहां से अपनी कार में सवार होकर चले गए। मंत्री नूरपुर से ढैपई के लिए निकले तो आप कार्यकर्ताओं ने उनका विरोध करना शुरू कर दिया। दोराहा में विधायक ने लगाया अनदेखी का आरोपी दोराहा में आयोजित कार्यक्रम में विधायक विधायक मनविंदर सिंह ग्यासपुरा को भी आमंत्रित किया गया था। उनका कहना है कि मंत्री जब मंच पर चढ़े तो तब भी उन्होंने उनकी तरफ देखा तक नहीं। उसके बाद मंच से उनका नाम भी नहीं लिया गया। इससे साफ है कि केंद्रीय मंत्री ने उनकी उपेक्षा करके उन्हें अपमानित किया। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री ने लुधियाना में कैबिनेट मंत्री तरुणप्रीत सौंध को अपमानित किया और यहां उन्हें अपमानित किया। शिवराज के बयान पर तरुणप्रीत सौंध ने यह कहा शिवराज सिंह चौहान के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए, मंत्री तरुणप्रीत सिंह सौंध ने कहा कि “शिवराज चौहान जी की याददाश्त कमजोर लगती है।” उन्होंने स्पष्ट किया कि वे एक अन्य राष्ट्रीय कार्यक्रम में व्यस्त थे। सौंध ने बताया कि भारत सरकार के पर्यटन विभाग द्वारा राजस्थान के उदयपुर में आयोजित एक राष्ट्रीय कार्यक्रम में उन्हें पंजाब के पर्यटन मंत्री के रूप में आमंत्रित किया गया था, जिसमें वे हिस्सा लेने गए थे। यह कार्यक्रम दस दिन पहले ही तय हो गया था। उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने दो दिन पहले व्यक्तिगत रूप से फोन पर शिवराज चौहान से बात की थी और अपनी अनुपलब्धता की जानकारी दी थी। सौंध ने कहा, “मैंने उन्हें बताया था कि मैं उदयपुर में रहूंगा और उनकी अगवानी के लिए अपने सहयोगी मंत्री गुरमीत सिंह खुडियांं को भेज रहा हूं। बीजेपी को काम से नहीं, बल्कि सुर्खियों से प्यार है सौंध ने आरोप लगाया कि इसके बावजूद मंच से इस तरह का बयान देना यह दर्शाता है कि बीजेपी को काम से नहीं, बल्कि सुर्खियों से प्यार है। उन्होंने कहा कि बीजेपी नेताओं का यह रवैया नया नहीं है। मंत्री सौंध ने उदाहरण देते हुए कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बाढ़ के बाद पंजाब आए थे, तब भी कैबिनेट मंत्री हरदीप सिंह मुंडिया का अपमान किया गया था। उन्होंने कहा, “बीजेपी बार-बार पंजाब के जनप्रतिनिधियों को नीचा दिखाने की कोशिश करती है, ताकि मीडिया में चर्चा बने। सौंध ने अंत में कहा, “लेकिन पंजाब के लोग सब देख रहे हैं। हम प्रचार की नहीं, सेवा की राजनीति करते हैं।”

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