पंजाब के लुधियाना में पूर्व कैबिनेट मंत्री व कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष भारत भूषण आशु के पीए रहे व पार्षद पति इंद्रजीत सिंह इंदी को कोर्ट से जमानत मिली और उसकी रिहाई हो गई। रिहाई मिलते ही भारत भूषण आशु की पत्नी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाली। जिससे आप नेताओं व नगर निगम कमिश्नर को चेतावनी दी गई है। ममता आशु ने भारत भूषण आशु के साथ इंद्रजीत इंदी की फोटो भी शेयर की है और उस पर लिखा है कि निकाल दो ये गलतफहमी हम जवाब नहीं देंगे। तैयारी थोड़ी बड़ी है सब्र रख पल-पल का हिसाब लेंगे। ज्यादा फिक्र मत करना, लाजवाब तरीके से पेश आएंगे। खानदानी लोग हैं अम दुश्मनों से भी सलीके से पेश आएंगे। ममता आशु की इस पोस्ट से साफ है कि वो इंदी के खिलाफ साजिश के तहत एफआईआर दर्ज करवाई गई है लेकिन कोर्ट के जरिए उसे रिहा करवा दिया गया है। ममता आशु ने इस पोस्ट के जरिए अफसरों और उन पर दबाव डालने वालों कहा है कि उनसे एक-एक बात का हिसाब लिया जाएगा। पर्चे करवाने से अफसर कौंसलरों की आवाज दबा देंगे तो भूल जाएं ममता आशु ने कहा कि अफसर इस गलतफहमी में न रहें कि कौंसलरों पर पर्चे दर्ज करवाकर वो उन्हें चुप करा देंगे। उन्होंने कहा कि अफसर भूल जाएं कि उनके ऐसे कारनामों से कौंसलर डर जाएंगे। उन्होंने कहा कि जनता की आवाज उठाने के लिए कौंसलर हर लड़ाई लड़ेंगे। कमिश्नर खुद ही चला दें पूरा शहर नगर निगम हाउस में विपक्ष के नेता व पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर श्याम सुंदर मल्होत्रा ने कहा कि नगर निगम कमिश्नर के आदेश पर यह पर्चा दर्ज किया गया है। इससे पहले कमिश्नर ने भाजपा पार्षदों को इसी तरह धमकाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि अगर कमिश्नर को पार्षद नहीं चाहिए तो खुद ही चला दें पूरा शहर। अरूण शर्मा का दावा, अफसरों पर आप नेताओं का दबाव कांग्रेस के पार्षद अरूण शर्मा ने कहा कि जिन अफसरों ने इंदी पर पर्चा दर्ज करवाया है वो अफसर अब उनके नेताओं को फोन करके कह रहे हैं कि पीछे से आप नेताओं का प्रेशर था। इसलिए उन्होंने यह पर्चा दर्ज करवाया है। बड़े साहब का नाम विजिलेंस कब लाएगी सामने नगर निगम में टेंडर घोटाले में पकड़े गए एसई ने विजिलेंस के सामने कहा था कि उन्होंने जो पैसे लिए हैं वो बड़े साहब के कहने पर लिए। कांग्रेस नेता पंकज शर्मा ने कहा कि आठ महीने से ज्यादा का वक्त हो गया है और अभी तक विजिलेंस ने बड़े साहब की तरफ देखा तक नहीं है। उन्होंने कहा कि आखिर विजिलेंस बड़े साहब का नाम कब सामने लगाएगी। भारत भूषण आशु बोले, हमें चुप कराने के हो रहे प्रयास इंदी की रिहाई के बाद भारत भूषण आशु ने कहा कि हमें चुप कराने का प्रयास किया गया। रूलिंग पावर ने लोकतांत्रिक आवाज को दबाने के लिए अपनी ताकत का इस्तेमाल किया। इंदी की रिहाईका आदेश अपने आप में गैर-कानूनी गिरफ्तारी और नजरबंदी के खिलाफ एक जीत है। हमने अदालतों और जनता पर अपना भरोसा रखा, और न्याय की जीत हुई। हम शहर के विकास और हर नागरिक के साथ खड़े रहने के लिए प्रतिबद्ध हैं। कोई भी अधिकार या सत्ता का दुरुपयोग हमें हमारे मिशन से नहीं हटा सकता।