पंजाब के लुधियाना में पावरकाम (PSPCL) के दो अधिकारियों को बंदूक की नोक पर कुछ बदमाशों ने किडनैप कर लिया। चार बदमाशों ने पुलिस अधिकारी बनकर दाखा स्थित PSPCL दफ्तर से SDO और XEN को अगवा किया। आरोपियों ने दोनों अधिकारियों को छोड़ने के बदले उनके परिवार और रिश्तेदारों से फिरौती की रकम मंगवाई। डरे-सहमे अधिकारियों ने कुछ ही मिनटों में 7.20 लाख रुपए का इंतजाम कर बदमाशों को दे दिया। फिरौती की रकम मिलने के बाद बदमाश अधिकारियों को लुधियाना-फिरोजपुर रोड पर पुरानी चुंगी के पास छोड़कर फरार हो गए। पुलिस ने पटियाला से पकड़े दो स्वयंभू पत्रकार पुलिस को जब पीड़ितों ने शिकायत दर्ज करवाई तो सेफ सिटी कैमरों की मदद से पुलिस ने इस मामले में दो स्वयंभू पत्रकारों-गुरिंदर सिंह और ब्रह्मप्रीत सिंह को पटियाला से गिरफ्तार कर केस काफी हद तक सुलझा लिया है। इन स्वयंभू पत्रकारों के साथी विनय अरोड़ा और अमनदीप सिंह अभी भी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है। प्लास्टिक बोतल यूनिट के बहाने की रेकी,फिर STF बताकर किडनेप
आरोपियों ने सरकारी अधिकारियों से पैसे ऐंठने के लिए पूरी योजना बनाई थी। PSPCL दाखा के सब-डिवीजन ऑफिसर (SDO) जसकिरनप्रीत सिंह ने पुलिस को बताया कि कुछ संदिग्ध प्लास्टिक बोतल प्रोडक्शन यूनिट के लिए बिजली कनेक्शन लेने के बहाने दफ्तर के चक्कर काट रहे थे। खुद को आरोपियों ने STF अधिकारी बताया नए कनेक्शन की औपचारिकताएं पूछने के बाद वे चले गए। कुछ देर बाद जब वह उसी परिसर में XEN रवि कुमार चोपड़ा के दफ्तर में गए, तो वहां चार अज्ञात लोग मौजूद थे, जबकि XEN वहां नहीं थे। SDO ने बताया कि आरोपियों ने उनकी कलाई पकड़ी और खुद को स्पेशल टास्क फोर्स (STF) विजिलेंस विंग का अधिकारी बताया। आरोपियों ने दावा किया कि वे उन्हें गिरफ्तार करने के लिए छापा मार रहे हैं, क्योंकि XEN ने किसी से 2 लाख रुपए की रिश्वत मांगी है। कोरोला कार में दोनों अधिकारियों को ले गए आरोपी SDO ने पुलिस को बताया कि अचानक हुई घटनाओं से वह घबरा गए, इसलिए उन्होंने तुरंत जूनियर इंजीनियर परमिंदर सिंह को XEN के दफ्तर में बुलाया। आरोपियों ने बंदूक की नोक पर दोनों को अगवा कर लिया और एक कोरोला कार में लुधियाना की ओर ले गए। आरोपियों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी और छोड़ने के बदले पैसे का इंतजाम करने को कहा। उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों को फोन किया और 7.20 लाख रुपए का इंतजाम किया और आरोपियों को दे दिए। किडनेपर उन्हें लुधियाना में पुरानी चुंगी के पास छोड़कर भाग गए। आरोपियों के जाने के बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी और शिकायत दर्ज कराई। आज पुलिस कर सकती खुलासा सूत्रों मुताबिक पता चला है कि पुलिस आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 364 (अपहरण), 170 (लोक सेवक के रूप में प्रतिरूपण), 384 (उगाही), 34 (सामान्य इरादे को आगे बढ़ाने में कई व्यक्तियों द्वारा किया गया कार्य) के तहत मामला दर्ज किया गया है। बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। पुलिस आज इस मामले में प्रेस कान्फ्रेंस करके खुलासा कर सकती है।