वाराणसी में ढाबे के अंदर छात्रा की गला रेतकर हत्या:कंबल में लिपटी लाश मिली, घर से कॉलेज के लिए निकली थी

वाराणसी में छात्रा की गला रेतकर हत्या कर दी गई। बुधवार देर शाम उसका शव एक ढाबे पर कंबल में लिपटा मिला। छात्रा सुबह घर से कॉलेज गई थी। लेकिन छुट्‌टी होने पर घर नहीं लौटी, तो परिजन पुलिस स्टेशन पहुंचे। गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। शाम को ढाबे पर लाश मिलने की सूचना पुलिस को मिली। पुलिस परिजनों को लेकर पहुंची, जिसकी उन्होंने शिनाख्त की। परिजनों का आरोप है कि ढाबा संचालक और छात्रा के दोस्तों ने मिलकर हत्या की है। पुलिस आसपास के CCTV खंगाल रही है। छात्रा ढाबे पर अकेले आई थी या किसी के साथ? यह पुलिस पता कर रही है। मामला मिर्जामुराद थाना क्षेत्र का है। 2 तस्वीरें देखिए सुबह घर से निकली थी छात्रा
मेहंदीगंज मिर्जामुराद निवासी चंद्रशेखर की बेटी अल्का बिंद (22) घर से 4 किमी दूर रूपापुर के डिग्री कालेज से ग्रेजुएशन कर रही थी। बुधवार सुबह वह घर से कॉलेज के लिए निकली। लेकिन, घर नहीं लौटी। परिवार को चिंता हुई तो उसे फोन किया। लेकिन, मोबाइल संपर्क के बाहर बताता रहा। अनहोनी की आशंका के चलते परिजनों ने उसकी तलाश शुरू कर दी। देर शाम कॉलेज से महज 500 मीटर दूरी पर विधान ढाबा परिसर में उसका शव खून से लथपथ मिला। ढाबे में कई कमरे बने हैं। एक कमरे में उसकी कंबल में लिपटी लाश पड़ी थी। युवती की गले पर गहरे जख्म मिले। आशंका है कि धारदार हथियार से गला रेतकर उसकी हत्या की गई है। ACP राजातालाब और DCP को सूचना दी गई। सभी ने घटनास्थल की बारीकी से पड़ताल की। फोरेंसिक टीम ने सबूत जुटाए हैं। भाई बोला-बहन का फोन बंद था
भाई अंजनी बिंद ने बताया-मेरी बहन सुबह 8 बजे ऑटो से कॉलेज के लिए निकली थी। दोपहर में 2 बजे तक आ जाती थी। नहीं आने पर हमने उसको कॉल की। लेकिन, फोन नहीं उठा रहा था। हमने पुलिस को जानकारी दी। बाद में पता चला कि किसी ने उसकी हत्या कर दी है। ADCP वैभव बांगर ने बताया- हमें सूचना मिली कि ढाबे के अंदर कमरे में लड़की की लाश मिली। शरीर पर कई जगह चोट के निशान थे। हालांकि हत्या हुई है या सुसाइड किया है। ये कंफर्म नहीं है। आगे की जानकारी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने पर पता चलेगी। परिजनों ने उसकी शिनाख्त कर ली है। परिजनों का कहना है कि छात्रा सुबह घर से निकली थी। इसके बाद उसका फोन बंद था। हम CCTV और छात्रा के करीबियों से बात करने की कोशिश कर रहे हैं। ——————– ये खबर भी पढ़ें… अपनों की जान गई तो उतार फेंकीं बाबा की तस्वीरें, पीड़ित परिवार बोले- शक्ति होती तो हाथरस भगदड़ में इतने लोग नहीं मारे जाते, पार्ट-2 यूपी के हाथरस में निरंकार साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग में हुई भगदड़ को 2 जुलाई को एक साल पूरा हो गया। इसमें 121 लोगों की मौत हुई थी। जिन परिवारों में मौतें हुईं, उनमें ज्यादातर का नजरिया भोले बाबा को लेकर एकदम बदल चुका है। पढ़ें पूरी खबर…

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