बक्सर के नगर थाना क्षेत्र में एक मनरेगा पीआरएस को शराब के नशे में पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वह नाली विवाद सुलझाने आए दारोगा की वर्दी उतारने की धमकी दे रहा था। इसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसे पकड़कर थाने लाया। आरोपी शिवजी यादव मिश्रवलिया गांव के रहने वाले हैं। आरोपी पीआरएस शिवजी यादव राजपुर प्रखंड के नागपुर पंचायत में तैनात हैं। नाली विवाद के दौरान नशे में धुत होने पर उन्हें पकड़ा गया है। प्राथमिकी दर्ज कर कोर्ट में किया पेश मनरेगा पीआरएस शिवजी यादव की शराब के नशे में गिरफ्तार होने की सूचना फैलते ही कई बड़े नेताओं ने उसे बचाने का प्रयास किया। नाम नहीं छापने के शर्त पर सरकारी सूत्र ने बताया कि, उन्होंने शराब पीने के मामले को झड़प में बदलवाने की कोशिश की। पीआरएस को चेहरा ढंककर कोर्ट ले जाने की मांग की गई। खुद को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का करीबी बताकर दबाव बनाने का प्रयास किया गया, लेकिन पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर कोर्ट में पेश कर दिया है। एनलाइजर मशीन से शराब पीने की पुष्टि हुई है। पुलिस किसी के दबाव में काम नहीं करती है। चाहे वह कोई भी हो। जिले की विधि व्यवस्था से खिलवाड़ करने का छूट किसी को नहीं दी जा सकती है। कानून सबके लिए बराबर है। – मनोज कुमार, नगर थानाध्यक्ष, बक्सर मनरेगा के डीपीओ संदीप कुमार मौर्य ने कहा कि “शिवजी यादव नामक व्यक्ति मनरेगा के पीआरएस है, लेकिन शराब के नशे में गिरफ्तारी की सूचना पत्रकार से ही मिली है।” मनरेगा पीआरएस है रसूखदार स्थानीय लोगों के अनुसार, शिवजी यादव काफी प्रभावशाली व्यक्ति हैं। सत्ताधारी दल और विपक्ष के कई नेता उनके समर्थक हैं। वह सरकारी कर्मचारी होने के साथ-साथ कई मुखिया के प्रतिनिधि का भी काम करते हैं। उनके प्रभाव के कारण जिले के बड़े अधिकारी भी उनकी पंचायत की जांच से दूर रहते हैं, लेकिन इस बार पुलिस को वर्दी उतरवाने की धमकी देना उन्हें महंगा पड़ गया है।