शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने वर्किंग कमेटी गठित की है। इसमें प्रधान सुखबीर बादल समेत 96 लोगों को शामिल किया गया है। 20 वरिष्ठ नेताओं को विशेष आमंत्रित सदस्यों के रूप में शामिल किया गया है। पहली बार, पार्टी के सर्वोच्च निर्णय लेने वाली समिति में 16 वरिष्ठ महिला नेताओं को शामिल किया गया है। कमेटी में कई युवा नेता भी शामिल हैं। सूची में सुखबीर बादल का नाम पहले स्थान पर है। हालांकि, आय से अधिक संपत्ति मामले में गिरफ्तार बिक्रम सिंह मजीठिया, बठिंडा की सांसद हरसिमरत कौर बादल, सिकंदर सिंह मलूका समेत कई नेताओं को भी शामिल किया गया है। वर्किंग कमेटी गठित गठित करते समय 3 प्वाइंटों पर किया काम 1. पंजाब में विधानसभा चुनाव 2027 में होने हैं। हाल ही में पार्टी के प्रधान का चयन हुआ है। ऐसे में अब नए सिरे से पूरे संगठन को बनाया जा रहा है, ताकि इस बार चुनाव मजबूती से लड़ा जा सके। नई वर्किंग कमेटी में पार्टी के अनुभवी और युवा नेताओं को आगे लाया जा रहा है, जिससे संगठन में नई सोच और जोश आ सके। 2. अकाली दल 2017 से पंजाब की सत्ता के बाहर है। इसके साथ ही, लोगों के बीच पार्टी का आधार भी कमजोर हुआ है। किसान आंदोलन और बेअदबी की वजह से अकाली दल को नुकसान हुआ है। भले ही इस दौरान हरसिमरत कौर ने केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दिया था, और प्रकाश सिंह बादल ने अपना पुरस्कार तक वापस कर दिया था। 3. नई वर्किंग कमेटी से संगठन को मजबूती मिलेगी। नेता सीधे जनता के बीच जाएंगे, जिससे सभी सीटों पर उचित उम्मीदवार और जमीनी नेटवर्क तैयार करने में सफलता मिलेगी। पांच दिन पहले कोर कमेटी गठित की थी
5 दिन पहले पार्टी प्रधान सुखबीर सिंह बादल की अध्यक्षता में 31 मेंबरी कोर कमेटी गठित की गई थी। कमेटी मेंबरों मेंबरों बलविंदर सिंह भूंदड़, हरजिंदर सिंह धामी, नरेश गुजराल, परमजीत सिंह सरना, हीरा सिंह गाबड़िया, गुलजार सिंह रणीके, महेशइंदर सिंह ग्रेवाल, डॉ. दलजीत सिंह चीमा, जनमेजा सिंह सेखों, सिकंदर सिंह मलूका, बीबी हरसिमरत कौर बादल, मनजीत सिंह जी.के, शरनजीत सिंह ढिल्लों और बिक्रम सिंह मजीठिया का नाम शामिल थे। यह सारे नेता पंजाब की सरकारों में मंत्री और विधायक रह चुके हैं। वर्किंग कमेटी के नामों की सूची इस प्रकार है –