भागलपुर में 11 जुलाई से विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला शुरू होने वाला है। जिसको लेकर सुल्तानगंज में तैयारी शुरू कर दी गई है। इसका जायजा लेने गुरुवार को जिला अधिकारी डॉक्टर नवल किशोर चौधरी पहुंचे। डीएम ने कच्ची कांवडिया पथ से लेकर बन रहे टेंट सिटी और नमामि गंगे घाट का बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने अपने अधिकारियों के साथ मेला क्षेत्र सहित गंगा घाट कांवरिया पथ पर कांवरियों की सुविधा का जायजा लिया। डीएम ने कहा कि श्रावणी मेला में प्रतिनियुक्त अधिकारी और कर्मी अपने अपने कर्तव्य में लगे हुए हैं। नमामि गंगे घाट, सीढ़ी घाट पर निरीक्षण के दौरान गंगा के पानी का लेवल, बैरिकेडिंग, कांवरियों के लिए की गई सारी व्यवस्था कि जानकारी ली। मेला क्षेत्र में सफाई रखने का निर्देश डीएम ने मेला क्षेत्र में सफाई पर विशेष ध्यान रखने का निर्देश दिया। साथ ही कहा कि गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। सभी व्यवस्था पूरी तरह से दुरुस्त बनाए रखने के लिए कहा है। अब तक मेला की तैयारी पूरी तरह सुव्यवस्थित ढंग से चल रही है। मेला क्षेत्र मे सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं हो, इसके लिए लगातार छापेमारी करने का निर्देश दिया गया है। नाव परिचालन को लेकर उन्होंने कहा कि मवेशी और आदमी एक साथ नाव पर नहीं लदे। इसके साथ ही डीएम व एसएसपी ने पूरे मेला क्षेत्र में की गई व्यवस्था को देखा। जिलाधिकारी डॉक्टर नवल किशोर चौधरी ने कहा कि व्यवस्था पिछले साल से बेहतर होगी। काम में कहीं कोई कमी नहीं रहेगी। खाली पड़े जगह पर पार्किंग की व्यवस्था रहेगी। मेला क्षेत्र में लगे दुकान में रेट चार्ट के अनुसार सामानों की बिक्री हो यह सुनिश्चित किया जाएगा। गंगा घाट किनारे लागे चौकी की होगी नंबरिंग गंगा घाट किनारे लागे चौकी की नंबरिंग होगी। कलर कोडिंग की जाएगी। मेला क्षेत्र में चलने वाले ई-रिक्शा को भी नंबर मिलेगा। साथ ही ट्रैफिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए कुछ रोड मैप तैयार किया गया है, जिस पर काम चल रहा है। डीएम ने कहा कि अगर कोई भी दुकानदार तय राशि से अतिरिक्त की वसूली करते हैं, तो पहली बार गलती पकड़े जाने पर तो फाइन लगाकर छोड़ दिया जाएगा। लेकिन अगली बार इस गलती को दोहराया गया, तो दुकान सील कर दिया जाएगा। इसके लिए टीम बना दी गयी है। डीएम ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बताया कि कई अस्थायी थाने बनेंगे। मुख्यालय से अतिरिक्त सुरक्षाबल भेजे जा रहे हैं। होमगार्ड के जवानों की भी तैनाती रहेगी। सीसीटीवी लगाए जा रहे हैं। जबकि, पैदल गस्ती दल के अलावा मोटरसाइकिल व चार चक्के वाहनों से भी गश्ती की जाएगी। एसडीआरएफ की टीम, स्थानीय गोताखोर व नाव भी तैनात किए जाएंगे।