बांका में विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले 2025 की तैयारी को लेकर तैयारी जोरों पर है। बांका जिलाधिकारी नवदीप शुक्ला पूरी सक्रियता के साथ मेले की तैयारियों में जुटे हुए हैं। सोमवार की संध्या उन्होंने धौरी से दुम्मा तक 55 किलोमीटर लंबे कांवरिया पथ का निरीक्षण किया। इस दौरान डीएम के साथ एसपी उपेंद्रनाथ वर्मा समेत जिले और प्रखंड स्तर के अधिकारी मौजूद रहे। निरीक्षण के दौरान डीएम ने धौरी, जिलेबिया मोड़, अबरखा और इनारावरन में बनाए गए सरकारी धर्मशालाओं, मिनी कैफेटेरिया, रैन शेल्टर और हाईवे साइड की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने अबरखा धर्मशाला के पास टेंट सिटिजन स्थल और कांवरिया धर्मशाला के पास जिला नियंत्रण कक्ष के संभावित स्थानों का भी निरीक्षण किया। बिजली और सुरक्षा पर विशेष फोकस डीएम ने बिजली विभाग को निर्देश दिया कि पुराने और जर्जर तारों को तुरंत बदला जाए। साथ ही जिला नियंत्रण कक्ष के आसपास के इलाकों में विद्युत आपूर्ति व्यवस्थित और सुरक्षित हो। उन्होंने स्पष्ट कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। डीएम का आदेश- जल्द शुरू हों काम निरीक्षण के दौरान डीएम ने मौजूद अधिकारियों से सावन मेले में दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी ली और कहा कि सभी विभाग जल्द से जल्द कार्य शुरू करें। उन्होंने मौके पर कई आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। इस दौरान बेलहर एसडीपीओ राजकिशोर कुमार, बेलहर, चांदन और कटोरिया प्रखंड के बीडीओ, सीओ और संबंधित थाना प्रभारी भी मौजूद थे। श्रद्धालुओं के लिए युद्धस्तर पर तैयारियां सुल्तानगंज से देवघर तक जाने वाले कांवरिया पथ की 105 किलोमीटर की दूरी में से 55 किलोमीटर बांका जिले से होकर गुजरती है। इस मार्ग पर सावन के दौरान लाखों श्रद्धालु पदयात्रा करते हैं। श्रद्धालुओं के लिए सुगम मार्ग, पेयजल, निर्बाध बिजली, शौचालय, स्नानागार, स्वास्थ्य सुविधा, और सरकारी धर्मशालाओं में ठहरने की व्यवस्था प्रशासन करती है। सुरक्षा के लिए अस्थायी थाना, महिला पुलिसकर्मी, और मेडिकल टीमों की भी तैनाती की जाती है। नए डीएम की सक्रियता से उम्मीद जगी है कि इस बार श्रावणी मेला और भी व्यवस्थित और भव्य रूप में आयोजित होगा।