लखनऊ में बीरबल साहनी मार्ग स्थित श्री श्याम मंदिर में वर्ष 1926 से प्रज्वलित अखंड दीप ज्योति कलश का आगमन लखनऊ में हुआ। इस पावन अवसर पर अखिल विश्व गायत्री परिवार, लखनऊ के सदस्यों ने जगह-जगह पुष्पवर्षा और गायत्री मंत्रोच्चारण के साथ कलश यात्रा का भव्य स्वागत किया। जैसे ही कलश यात्रा श्री श्याम मंदिर पहुँची, भाजपा महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी, विधायक डॉ. नीरज बोरा, आयोजक अभिषेक खरे, राजेंद्र अग्रवाल, मंदिर महामंत्री रूपेश अग्रवाल, आशीष अग्रवाल और विमर्श रस्तोगी ने आरती और पुष्पवर्षा कर दीप कलश का अभिनंदन किया। कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत गायत्री परिवार लखनऊ के समन्वयक अतुल सिंह, ज्ञान प्रकाश श्रीवास्तव और डॉ. अरविंद निगम द्वारा की गई। उन्होंने गायत्री परिवार के शताब्दी वर्ष (2026) के अवसर पर आयोजित होने वाले पारंपरिक कार्यक्रमों की जानकारी दी। इस अवसर पर ओ.पी. सिंह ग्रुप द्वारा भजनों की सुन्दर प्रस्तुति दी गई। आयोजक अभिषेक खरे ने बताया कि गायत्री परिवार का शताब्दी वर्ष 2026 में मनाया जा रहा है। इस उपलक्ष्य में देश-विदेश में अखंड दीप ज्योति कलश यात्रा के माध्यम से सकारात्मक ऊर्जा और दिव्यता का प्रसार किया जा रहा है। उसी क्रम में यह दिव्य ज्योति लखनऊ लाई गई है। लखनऊ व्यापार मंडल युवा शक्ति और श्री श्याम परिवार के सहयोग से कार्यक्रम में 1100 दीप प्रज्वलित किए गए। गायत्री मंत्र के सामूहिक उच्चारण और कलश पूजन से वातावरण आध्यात्मिक हो गया।कार्यक्रम का आयोजन भारतीय नव वर्ष महोत्सव समिति द्वारा किया गया, जिसमें गायत्री परिवार लखनऊ के अनेक सदस्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम में शामिल रेखा ने बताया कि वे पिछले 15 वर्षों से गायत्री परिवार से जुड़ी हुई हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य, समृद्धि और पारिवारिक सुख-शांति के लिए सामूहिक दीप प्रज्वलन का विशेष महत्व है। गायत्री मंत्र एक अत्यंत शक्तिशाली मंत्र है, जिसका जप सभी को नियमित रूप से करना चाहिए। वहीं, श्रद्धालु सुरेश श्रीवास्तव ने बताया कि जब भी कोई शुभ कार्य होता है, तो दीप यज्ञ का आयोजन अनिवार्य रूप से किया जाता है। आज के दीप यज्ञ में हजारों महिलाओं और पुरुषों की भागीदारी रही, जिससे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।