केंद्रीय राज्य मंत्री राजभूषण निषाद बेगूसराय पहुंचे। इस दौरान इन्होंने कहा है कि भारतीय इतिहास में आपातकाल काला अध्याय है। इंदिरा गांधी ने अपनी सत्ता और प्रधानमंत्री की कुर्सी बचाने के लिए देश को आपातकाल में धकेल दिया। देश के सभी स्तंभ के साथ अमानवीय व्यवहार किया । आपातकाल के 50 साल पूरा होने पर जनमानस को नई पीढ़ी को बताना चाहते हैं कि कांग्रेस ने किस तरह से देश के साथ मजाक किया था। विपक्ष के पास अब कोई मुद्दा नहीं आज बेगूसराय में आयोजित प्रेसवार्ता में राजभूषण निषाद ने कहा कि विपक्ष के पास अब कोई मुद्दा नहीं है। विपक्ष सिर्फ और सिर्फ लोगों को दिग्भ्रमित करने का काम करती है, लोगों को गुमराह करके राजनीति करती है। पिछले चुनाव में कहा था कि बीजेपी 400 को पार कर जाएगी, तो संविधान बदल जाएगा। आरक्षण खत्म हो जाएगा। लेकिन जब तक भाजपा का एक-एक सिपाही है, तब तक न तो कोई संविधान को बदल सकता है और न ही आरक्षण को खत्म कर सकता है। आरक्षण खत्म करने की कोई बात नहीं सामान्य वर्ग के जिनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी, उन्हें भी आरक्षण दिया। आरक्षण खत्म करने की कोई बात नहीं है। लोगों को सिर्फ और सिर्फ दिग्भ्रमित किया जा रहा है। लेकिन जनता सब कुछ समझती है, लोग जागरूक हो गए हैं। देश की एक-एक जनता सबकुछ समझती है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के लिए क्या किया है। पहले हमारे जवानों का सिर काट लिया जाता था, जगह-जगह आतंकवादी घटना होती थी। खबर में सुनते थे कि अनजान वस्तुओं को ना छुएं, उसमें बम हो सकता है। आज ऐसा विज्ञापन नहीं सुनाई पड़ता है। परिस्थितियों बदली है, देश मजबूत हुआ है। जो आतंकवादी हमारे देश को चुनौती देते हैं, नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से उसका पूरा कुनबा नष्ट कर दिया है। पानी और खून साथ नहीं बह सकता जवानों ने उस देश में घुसकर मारा है। प्रधानमंत्री ने साफ शब्दों में कहा है कि सिंधु का पानी और खून साथ नहीं बह सकता है। हमने पानी रोक दिया है, जिससे पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। पाकिस्तान अगर प्यार से पेश आएगा तो प्यार से बात करेंगे, आंख दिखाएगा तो उसी तरीके से बात करेंगे। इससे पहले राजभूषण निषाद भाजयुमो की ओर से गंगा ग्लोबल में आयोजित आपातकाल के 50वें साल पर मॉक पार्लियामेंट में शामिल हुए। बच्चों ने रखी अपनी बात मॉक पार्लियामेंट बताया गया कि संसद कैसे चलता है। बच्चों को अपोजीशन और रूलिंग पार्टी में दो भागों में बांटकर मॉक संसद सत्र चलाया गया, जिसमें आपातकाल एक काला अध्याय पर विशेष चर्चा की गई। मॉक पार्लियामेंट में बच्चों ने आपातकाल के पक्ष और विपक्ष दोनों पर अपने-अपने बातों को रखा। राजभूषण निषाद ने बताया कि कैसे कांग्रेस की ओर से आपातकाल लगाकर लोकतंत्र की हत्या की गई। विधायक कुंदन कुमार ने कहा कि आपातकाल हमेशा से देश के लिए एक धब्बे की तरह रहा है। कितने लोगों को जेल में बंद कर उस समय की केंद्र सरकार ने प्रताड़ित किया। आपातकाल लगाकर उसे समय के तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने अनेकों लोकतंत्र की हत्या की। भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव वर्मा ने कहा कि मॉक पार्लियामेंट लगाकर बताया जा रहा है कि कैसे उस समय की सरकार ने आपातकाल लगाकर देश को बर्बाद करने की भरपूर कोशिश की।