हरियाणा के सिरसा में टाइपिस्ट की संदिग्ध मौत का मामला गरमाता जा रहा है। ग्रामीण पिछले तीन दिनों से सिविल अस्पताल के बाहर धरने पर बैठे हैं। उनका कहना है कि सतबीर का मर्डर हुआ है। पुलिस को मामले में मर्डर की कार्रवाई करनी चाहिए। टाइपिस्ट का शव करवाचौथ के अगले दिन नहर के पास संदिग्ध हालात में मिला था। शुरुआत में मामला आत्महत्या का लग रहा था, लेकिन अब जांच के दौरान जो तथ्य सामने आ रहे हैं, उनसे यह केस और भी उलझता जा रहा है। पुलिस जांच में दो महिलाओं के साथ सतबीर के रिश्तों का खुलासा हुआ है और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में शरीर पर किसी तरह की चोट न मिलने के कारण मौत पर सवाल खड़े हो गए हैं। सिलसिलेवार समझिए दोनों महिलाओं से संपर्क की कहानी.. सतबीर की मौत पर अब भी संशय बरकरार
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं पाए गए। इससे सुसाइड और हत्या के बीच फर्क करना मुश्किल हो गया है। पुलिस ने मृतक का विसरा जांच के लिए भेजा है ताकि यह पता चल सके कि उसने कौन-सा जहरीला पदार्थ सेवन किया था। पुलिस को शक है कि सतबीर ने कीटनाशक दवा पी हो सकती है, जिसे उसने बाजार से खरीदा था। घटना से पहले जलेबी और जहर की शीशी खरीदी
सतबीर ने घटना वाले दिन शिव चौक सिरसा से एक किलो जलेबी और स्प्रे के लिए कीटनाशक खरीदी थी। उसने गांव की महिला को फोन पर यह जानकारी दी थी और बताया था कि जहर खेत में स्प्रे के लिए है। बाद में सतबीर घर गया और जलेबी लेकर भी गया, लेकिन फिर अचानक शाम को घर से बाइक लेकर निकल गया। इसके बाद उसका कोई पता नहीं चला और अगले दिन उसका शव मिला। करवाचौथ के दिन निकला था घर से
करवाचौथ के दिन सतबीर शाम को घर से निकला था। अगली शाम को उसका शव सालमखेड़ा नहर के पास सड़क किनारे पड़ा मिला। परिजनों ने शव को सिविल अस्पताल लाकर दो दिन तक धरना प्रदर्शन भी किया और मामले में साजिश की आशंका जताई। सतबीर के परिवार में कौन-कौन?
सतबीर के दो बेटे हैं, जिनमें एक की उम्र 14 साल और दूसरे की 6 साल है। सतबीर चार भाइयों में सबसे बड़ा था और सिरसा कोर्ट परिसर में टाइपिस्ट का कार्य करता था। वह सोशल मीडिया पर एक यूट्यूब चैनल भी चलाता था। अब विसरा रिपोर्ट का इंतजार
पुलिस को अब विसरा रिपोर्ट का इंतजार है। यदि शरीर में कीटनाशक पाया गया तो इसे आत्महत्या माना जाएगा। लेकिन अगर कोई अन्य जहरीला पदार्थ मिला तो मामला हत्या की धाराओं में भी जा सकता है।