सिरसा के तहसीलदार का वीडियो वायरल हुआ है। जिसमें वह किसी व्यक्ति का नाम लेकर बार-बार गाली-गलौज कर रहे हैं और पैसों को लेकर चर्चा कर रहे हैं। वीडियो वायरल होते ही अधिकारियों व कर्मचारियों में खलबची मच गई है। कांग्रेस विधायक गोकुल सेतिया ने 2 दिन पहले ही अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लाइव आकर चेतावनी दी थी कि वह सिरसा के एक भ्रष्ट अधिकारी की असलियत सामने लाएंगे। आज सोमवार को अपने फेसबुक पर वीडियो शेयर कर दी है। जो तहसील कार्यालय के सीसीटीवी कैमरे का है। दरअसल यह वीडियो 10 से 15 दिन पहले का बताया जा रहा है। उस समय तहसीलदार भुवनेश अपने कार्यालय में बैठे हैं और उनके पास स्टाफ खड़ा है। इस दौरान दोनों किसी से पैसों की लेन-देन की बात कर रहे हैं। तहसीलदार बोले- हमें पता नहीं उधर, इस मामले के तहसीलदार भुवनेश से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि हमें भी इस बारे में पता नहीं है। इसकी जांच करवा रहे हैं। 6 पॉइंट में जानिए तहसीलदार व कर्मचारी के बीच हुई बातचीत 1. तहसीलदार अपने ही स्टाफ से एक व्यक्ति के बारे में कह रहे हैं कि एक सप्ताह का समय निकालना है। जब चक्कर काटेगा तो पता चल जाएगा। सही होगा तो आएगा, वर्ना नहीं। पैसे मैंने ले रखे हैं। 3 लाख में अपना इलाज करवाऊंगा और बाकी घर के काम में। पास में खड़े कर्मचारी से कहते हैं कि यह बात किसी को बतानी नहीं है। जिसपर कर्मचारी कहता कि आपके आगे हूं जी, ऐसी कोई बात नहीं है। इनको अकल आ जागी। 2. तहसीलदार स्टाफ से कह रहे हैं कि किसी से पैसे ले रखे हैं, तो पार्टी जान खाएगी। पार्टी काम करवाएगी। अगर काम नहीं किया तो कपड़े फाड़ लेगी। इसके बाद घीसी करते हुए मेरे पास आएंगे। फिर कहेगा कि लो जी, आपके मूल समेत लो। जो कहोगे वो कर दूंगा। 3. तहसीलदार कर्मचारी से कह रहे हैं कि सुन मेरी बात। ठीक है। तभी किसी का तहसीलदार के पास फोन आता है और उनके साथ टेस्ट कराकर इलाज करवाने की बात करते हैं और उसमें सोमवार व मंगलवार की 2 दिन की छुट्टी पर बात कर रहे हैं। फोन कटने के बाद ऑफिस के कर्मचारी के साथ तहसीलदार फिर जोर से हंसते हैं। 4. तहसीलदार पास खड़ कर्मचारी से कहते हैं कि समझ में नहीं आएगी कि क्या हुआ। एक सप्ताह का समय निकल गया तो फिर देख लेना। एक सप्ताह क्या 15 दिन निकल दे। फिर ऐसे आएंगे सीधा ऑफिस में। चाहे देख लेना। इस पर इशारा करके भी समझाते हैं। फिर कहेंगे कि पहले वाला हिसाब करो। 5. तहसीलदार आगे कहते हैं कि कुछ खाली टोकन एडवांस रख ले। इस दौरान कुछ बोतलों पर भी बातचीत होती है और कहते कि उनको खाली करके छोड़ दो। फिर कहेंगे कि कई दिन हो गए और यह भी कहेंगे कि मामला बिगाड़ा नहीं करते। इस पर तहसीलदार अपनी जेब पर हाथ लगाते यह कहते हैं कि ये पकड़। 6. आखिर में तहसीलदार और स्टाफ के बीच ट्रांसफर की बात चलती है। तहसीलदार कहते हैं कि मैंने उससे कहा कि अगले महीने ट्रांसफर होनी है। इस पर कर्मचारी कहता कि मेरी भी ट्रांसफर रुकवा दो जी। जिसपर तहसील दार ने कहा कि कहां करवानी है बता। दो लाख लगेंगे। इस पर जवाब देता कि कोई बात नहीं, दो लाख रुपए देने को तैयार हैं। मैं उससे बात कर लूंगा। तहसीलदार कहते कि बता कैसे मनाएगा।