सिरसा में एक BJP नेता के पिता की पैसे देते हुए वीडियो वायरल हुई है। यह वीडियो कालांवाली नगर पालिका चुनाव 2025 की है। चुनाव में एक वोटर को पैसे देने का आरोप है। वीडियो में एक व्यक्ति पैसे लेता भी दिख रहा है। इस मामले में अब कालांवाली नगर पालिका के वार्ड नंबर एक से पार्षद मंगत राम ने पुलिस को शिकायत दी है। शिकायत में पार्षद ने आरोप लगाया है कि जब उसने विरोध किया तो सुनील उर्फ टिशू प्रधान और उसके पिता ने उसके साथ जातिसूचक गाली-गलौज की। इसलिए पुलिस को शिकायत दी। इस मामले में पुलिस का कहना है कि मामले में जांच की जाएगी और वीडियो भी कब्जे में लिया जाएगा। बीजेपी नेता ने हाल ही में कालांवाली नगर पालिका से प्रधान पद का चुनाव लड़ा था, जिसमें हार मिली थी। अब उनके पिता की पड़ोसी के साथ वीडियो वायरल हो गई। हालांकि, इस बार चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी पर वोट खरीदने के आरोप लगाए थे, जिसका अब एक वीडियो वायरल हो गया है। यह चर्चाओं का विषय बनी हुई है। अभी पार्टी की ओर से कोई बयान नहीं आया है। वीडियो में दिख रहा है कि मतदान के दिन बीजेपी का पार्टी कैंप लगा है, जहां पर टेबल के पीछे कुर्सी पर एक तरफ बीजेपी नेता के पिता और दूसरी तरफ उनके पड़ोसी बैठे हैं। उक्त व्यक्ति बीजेपी नेता के पिता से पूछता है और बाद में पैसे निकालकर पास में बैठे अन्य व्यक्ति को देता है। बीजेपी नेता का पिता फिर कुर्सी छोड़कर उनके पास आते हैं और दोबारा उसे पैसे दिलवाते हैं। आरोप है कि वोट के लिए वोटर को पैसे दिए हैं। टिशू का पिता महेंद्र के कंधे पर हाथ रखकर दोबारा पैसे दिलवा रहा : मंगत राम पार्षद मंगत रात ने बताया कि यह वीडियो उनके वार्ड एक का है और वहीं पर बीजेपी का पार्टी कैंप लगा हुआ था। उस दिन मतदान के समय टिशू का पिता कश्मीरी लाल और उसका पड़ोसी महेंद्र गुप्ता आए हुए थे। एक व्यक्ति को बुलाकर पास कुर्सी पर बैठाते हैं और उसे रुपए देते हैं। उक्त व्यक्ति पैसे गिनता है और बाद में टिशू का पिता कश्मीरी लाल अपने पड़ोसी महेंद्र के कंधे पर हाथ रखकर दोबारा पैसे देने के लिए कहता है। उसके बाद वह व्यक्ति पैसे लेकर अपनी जेब में डाल लेता है और उसके कहे अनुसार गर्दन हिलाकर हां भरकर वहां से चला जाता है। यह पैसे वोट के लिए दिए थे। 94 वोटों से चुनाव जीता था मंगत राम ने कालांवाली नगर पालिका के वार्ड नंबर एक से मंगत राम ने पार्षद पद का चुनाव लड़ा था, जिसमें उनको 453 वोट मिले थे और प्रतिद्वंद्वी विशाल को 359 मत मिले। जिसमें 94 वोटों से चुनाव जीता। कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए टिशू को मिली थी टिकट, पर हार गए सुनील उर्फ टिशू प्रधान को नगर पालिका चेयरमैन का चुनाव लड़ने के लिए भाजपा की टिकट मिली थी। टिशू को टिकट मिलते ही बीजेपी के स्थानीय नेताओं में रोष था और विरोध हो गया। बीजेपी नेता चरणदास चन्नी से निर्दलीय चुनाव लड़ा और बाकी भी खुलकर टिशू के समर्थन में नहीं आए। आरोप था कि कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए टिशू को अगले ही दिन टिकट मिल गया था, जो स्थानीय नेता टिकट के भागदौड़ कर रहे थे। उनकी टिकट कटने फूट पड़ गई। कांग्रेस उम्मीदवार महेश कुमार ने भाजपा उम्मीदवार टिशू काे 1029 वोटों से हराया था। यह भाजपा की शहरी सरकार में निकाय चुनाव में पहली हार थी और कांग्रेस ने इसे बड़ी जीत माना। वहीं टिशू का खुद का मंडी में क्रेसर-बजरी, सीमेंट का व्यापार है। शिकायत आई है जांच करेंगे : एसएचओ पुलिस थाना कालांवाली के एसएचओ पीएसआई सुनील कुमार ने बताया कि पार्षद मंगत राम की ओर से शिकायत आई है, उसमें बीजेपी नेता सुनील उर्फ टिशू और उसके पिता पर वोट खरीदने के आरोप लगाए है। वीडियो बरामद कर जांच की जाएगी। उनको बता देंगे, मीटिंग के बाद इस बारे में बीजेपी नेता टिशू प्रधान से फोन पर बातचीत की गई तो उनके प्रतिनिधि ने उठाया और कहा कि वह अभी प्रधान जी मीटिंग में है। कुछ ही देर में उनकी बात करवाएंगे। इस बारे में उनको बता देंगे।