भास्कर न्यूज | लुधियाना। गांव ससराली में माइनिंग माफिया और गांव वालों के बीच हुए झगड़े के मामले में पुलिस ने एडवोकेट सिमरजीत कौर गिल समेत कुछ अन्य लोगों पर भी क्रॉस एफआईआर दर्ज कर दी है। इसका विरोध करते हुए मंगलवार को एडवोकेट गिल और उनके साथी खुद गिरफ्तारी देने के लिए पुलिस कमिश्नर (सीपी) ऑफिस पहुंच गए। एडवोकेट गिल ने कहा कि उन्होंने गलत काम के खिलाफ आवाज उठाई, लेकिन पुलिस ने उन पर ही झूठा केस कर दिया। वे इस मामले में खुद की गिरफ्तारी देने आईं थीं। उन्होंने सीपी स्वप्न शर्मा से मुलाकात कर निष्पक्ष जांच की मांग की। इस पर सीपी ने उन्हें जांच में शामिल होने को कहा और निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया। इस बीच मामले में दूसरे पक्ष के लोग भी सीपी ऑफिस पहुंचे और अपनी बात रखी। बता दें कि 17 अप्रैल को गांव ससराली में रेत से भरे टिप्पर रोकने पर विवाद हुआ था। माइनिंग माफिया ने एडवोकेट गिल और उनके साथियों पर तेजधार हथियारों से हमला किया। मामला राज्यपाल तक पहुंचा, जिसके बाद आरोपियों पर कातिलाना हमले का केस दर्ज हुआ।