पंजाब के अमृतसर में शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल आज श्री हरिमंदिर साहिब में मत्था टेकने पहुंचे। इसके बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए केंद्र सरकार और पंजाब सरकार की नीतियों पर तीखा हमला बोला। अकाली दल के प्रधान ने सबसे पहले मनरेगा योजना में किए गए बदलावों का विरोध किया। उन्होंने कहा कि मनरेगा योजना गरीबों के लिए 100 दिनों के रोजगार की गारंटी थी और यह पूरी तरह केंद्र सरकार द्वारा वित्त पोषित थी, लेकिन अब इसमें 60 प्रतिशत केंद्र और 40 प्रतिशत राज्य सरकार का हिस्सा तय कर दिया गया है। इसका सीधा नुकसान खासकर पंजाब जैसे राज्य को होगा। उन्होंने मांग की कि केंद्र सरकार इस फैसले को तुरंत वापस ले। उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाब सरकार अपनी हिस्सेदारी न देने के कारण पहले भी कई केंद्रीय योजनाओं का लाभ राज्य को नहीं दिला पाई है, जिससे गरीब और मजदूर वर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। अकाली दल प्रधान ने कहा कि अकाली दल कभी भी ऐसे फैसलों को बर्दाश्त नहीं करेगा, जो आम जनता के खिलाफ हों। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि मनरेगा में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है, जिसमें कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेताओं की भूमिका रही है। गलत जॉब कार्ड बनाकर करोड़ों रुपए का घोटाला किया गया, जिसकी वजह से कई जिलों में मनरेगा का काम बंद करना पड़ा। जिला परिषद और ब्लॉक समिति चुनावों में अनुचित रद्दीकरण का आरोप अकाली दल प्रधान ने जिला परिषद और ब्लॉक समिति चुनावों को लेकर भी पंजाब सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि अकाली दल के सैकड़ों उम्मीदवारों के नामांकन पत्र रद्द किए गए और पुलिस का दुरुपयोग किया गया, जिससे निष्पक्ष चुनाव नहीं हो सके। न्यूजीलैंड में नगर कीर्तन विरोध पर अपील उन्होंने न्यूजीलैंड मामले में कहा नगर कीर्तन का विरोध किया गया जो कि गलत है। वह केंद्र सरकार से अपील करते हैं कि इस मामले पर ध्यान दे। वहां पंजाबियों को सिटीजनशिप दी गई है, तो उनकी सुरक्षा भी न्यूजीलैंड सरकार के हाथ में है। अंत में उन्होंने पंजाब में बढ़ती कानून-व्यवस्था, नशे और अपराध पर चिंता जताते हुए कहा कि शिरोमणि अकाली दल ही एकमात्र पार्टी है जो पंजाब, उसके गरीबों और मजदूरों के हितों की रक्षा कर सकती है। उन्होंने पंजाब की जनता से अपील की कि वे एकजुट होकर पंजाब को बचाने के लिए आगे आएं।