सोनीपत के गांव पांची जाटान में चार दिन पहले हुए पंच के चुनाव को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। आरोप है कि हारे हुए उम्मीदवार को चुनाव जीत का सर्टिफिकेट जारी कर दिया गया, जबकि असली विजेता को प्रमाण पत्र नहीं दिया गया। इस मामले में अब जिला निर्वाचन अधिकारी एवं डीसी को शिकायत दी गई है। गांव पांची जाटान के रहने वाले रविंद्र सिंह ने बताया कि उनकी पत्नी कविता ने वार्ड नंबर 4 से पंच पद के लिए चुनाव लड़ा था। उन्होंने दावा किया कि चुनाव में कविता को 112 वोट मिले, जबकि उनकी विरोधी मुकेश नाम की दूसरी महिला उम्मीदवार को केवल 52 वोट प्राप्त हुए। इसके बावजूद निर्वाचन अधिकारी ने हारने वाली उम्मीदवार मुकेश को पंच निर्वाचित होने का प्रमाणपत्र सौंप दिया। विजेता को किया बाहर, पिता को दिया परिणाम पत्र रविंद्र सिंह का कहना है कि 15 जून को वोटिंग के बाद शाम को मतगणना हुई। इसमें जीत के बाद भी उनकी पत्नी कविता को वहां से बाहर कर दिया गया और उनके पिता को प्रारूप 14 (रिजल्ट शीट) दिया गया, जिसमें कविता को विजेता बताया गया है। इस परिणाम पत्र पर संबंधित रिटर्निंग ऑफिसर के हस्ताक्षर और मुहर भी हैं, जिससे स्पष्ट होता है कि कविता ही विजेता थीं। शिकायत देकर कार्रवाई की मांग कविता के पति ने बताया कि जैसे ही उन्हें इस गड़बड़ी का पता चला, उन्होंने इसकी शिकायत जिला उपायुक्त सोनीपत को लिखित रूप में दी है। साथ ही एसडीएम गन्नौर से भी मिल चुके हैं, जिन्होंने उन्हें चुनाव आयोग या कोर्ट में अपील करने की सलाह दी है। 15 जून को हुए थे पंच पद के चुनाव गांव पांची जाटान में 15 जून को पंच पद के लिए चुनाव करवाए गए थे। वार्ड नंबर 4 में दो ही उम्मीदवार कविता और मुकेश मैदान में थीं। कुल 164 वोट डाले गए। परिणाम पत्र में कविता को 112 और मुकेश को 52 वोट मिले। इस आधार पर कविता को विजेता घोषित किया गया, लेकिन प्रमाण पत्र किसी और को दे दिया गया। मामले की निष्पक्ष जांच की मांग रविंद्र सिंह ने जिला प्रशासन से मांग की है कि मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए और असली विजेता कविता को ही जीत का प्रमाण पत्र सौंपा जाए। उन्होंने कहा कि यदि स्थानीय प्रशासन से समाधान नहीं मिला तो वे उच्च स्तर पर न्याय की गुहार लगाएंगे।