वो मेरा भाई नहीं था। उसने मेरे साथ बहुत बड़ा विश्वास घात किया है। मेरी हत्या कराना चाहता था। मेरी पत्नी के ऊपर बुरी नजर रखता था। मैने उसे कई बार समझाया, लेकिन वह मान नहीं रहा था। जब भी मै घर पर नहीं होता था तो वह यहां आ जाता थ। इसलिए मैने उसे मार डाला। यह कबूलनामा हत्या के आरोपी बंटी का है। जिसने अपने सगे मामा के बेटे की निर्मम हत्या कर दी। हत्या करने के बाद वह भागा नहीं, बल्कि लाश के पास ही बैठा रहा। जब पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया, तो पहले वह कुछ नहीं बोला। बाद में पुलिस की पूछताछ में वह टूटा और हत्या की बात कबूल की। इसके साथ ही उसने बताया कि मृतक की उसकी पत्नी के ऊपर बुरी नजर थी। इसलिए उसने अपने मामा के बेटे की हत्या कर दी।
पहले गोली मारी, फिर फरसे से काटा अलीगढ़ के हरदुआगंज थाना क्षेत्र के गांव रहासोपुर में सोमवार की रात आरोपी बंटी ने अपने सगे मामा के बेटे देवराज उर्फ देवू की हत्या कर दी। आरोपी ने पहले उसे गोली मारी, फिर फरसे से कई वार करके उसकी गर्दन काट दी। इसके बाद आरोपी भागा नहीं और सारी रात शव के पास ही बैठा रहा। सुबह जब मृतक के परिजन उसे ढूंढ़ते हुए बंटी के घर पहुंचे तो लोगों के होश उड़ गए। देवराज का शव चारपाई पर पड़ा हुआ था और बंटी शव के पास नहा धोकर और तिलक लगाकर बैठा हुआ था। जिसके बाद परिवार के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया और मामले की जांच शुरू की। युवक की हत्या में 14 साल जेल में रहा है आरोपी ममेरे भाई का हत्यारा बंटी पुत्र शिशुपाल मूल रूप से बुलंदशहर के पहासू के गांव कसूमी का रहने वाला है। 2010 में उसने एक युवक की हत्या कर दी थी, जिसके आरोप में उसे जेल भेजा गया था। न्यायालय से सजा होने के बाद वह 14 साल तक जेल में रहा। सजा पूरी होने के बाद वर्ष 2022 में वह रिहा हो गया था। रंजिश के कारण ससुराल में आ गया आरोपी युवक की हत्या के मामले में सजा पूरी होने के बाद आरोपी बंटी 2022 में रिहा हो गया। लेकिन गांव में मृतक के परिवार से उसकी रंजिश चल रही थी और उसे डर था कि विपक्षी उसकी हत्या करा सकते हैं। इसलिए उसने अपना पैतृक गांव छोड़ने का निर्णय लिया। इसके बाद आरोपी अपनी ससुराल हरदुआगंज के रहासूपुर में आकर बस गया। गांव की पैतृक संपत्ति बेंचने के बाद उसने ससुर रहीशपाल के घर के पास ही दो मंजिला मकान बनवा लिया और परिवार के साथ यही पर रहने लगा। वह अपनी पत्नी कमलेश और दो बेटियों के साथ गांव में रहता था और मेहनत मजदूरी करके घर चलाता था। ममेरे भाई पर था संदेह आरोपी बंटी ने पुलिस को बताया कि उसके मामा का बेटा देवराज उर्फ देवू उसकी पत्नी पर बुरी नीयत रखता था। इसलिए उसने अपने मामा के बेटे को घर आने जाने से मना किया था, लेकिन वह उसके पीछे अक्सर घर पर आ जाता था। आरोपी शराब पीकर अक्सर उसके सामने भी आ जाता था। कई बार मृतक देर रात में शराब पीकर रात में भी अज्ञात लोगों को लेककर उसके घर आया। जिसके बाद आरोपी को यह संदेह था कि मृतक पहासू के उसके विपक्षियों के साथ मिलकर उसकी हत्या कराना चाहता है। जिससे कि वह बाद में उसकी पत्नी के साथ संबंध बनाकर उसे साथ रख सके। इसी कारण आरोपी ने उसकी हत्या का प्लान बना लिया। 5 घंटे कांपते रहे आरोपी के पत्नी-बच्चे आरोपी बंटी ने अपने ममेरे भाई देवराज को सोमवार को अपने पास बुलाया था। इसके बाद उसे अपने ही घर पर दूसरी मंजिल पर रोक लिया। रात में पूरा परिवार नीचे सोने चला गया, लेकिन उसने देवराज को दूसरी मंजिल पर अपने ही पास रोककर रखा। फिर उसने रात 2:30 बजे उस पर हमला कर दिया। आरोपी ने पहले देवराज की कमर पर गोली मारी। जब वह चारपाई पर गिर गया, तो उसके ऊपर चढ़कर फरसे से गर्दन पर कई वार किए। जब तक देवराज की मौत नहीं हुई, आरोपी उसके ऊपर वार करता रहा। फिर वह चुपचाप वहीं बैठ गया। सुबह पत्नी और बेटी जब ऊपर गई तो यह भयानक नजारा देखकर उनकी रूह कांप गई और वह वहां से भागकर नीचे आ गई। बेटी ने ही पुलिस को फोन किया आरोपी की हरकत से उसकी पत्नी और बेटी डर गई। बेटी ने ही हिम्मत जुटाकर पुलिस को फोन किया और बताया कि उसके पिता ने घर पर चाचा की हत्या कर दी है। वहीं मृतक को ढूंढ़ते हुए जब उसके परिवार के लोग वहां पहुंचे तो उन्होंने शव को देखा तो चीख पुकार मच गई। जिसके बाद मृतक के परिजनों ने भी पुलिस को सूचना दी। घटना की जानकारी मिलने पर एसपी देहात अमृत जैन, सीओ राजीव द्विवेदी, हरदुआगंज थाना प्रभारी समेत थाने की फोर्स और फारेंसिक विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई। उन्होंने आरोपी को हिरासत में लिया और मौके से सारे साक्ष्य संकलित किए। हत्या में इस्तेमाल हथियार हुए बरामद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। वहीं दूसरी ओर पुलिस ने मौके से हत्या में इस्तेमाल किया गया तमंचा और फरसा भी बरामद कर लिया है। आरोपी से पूछताछ के बाद पुलिस ने उसे देर शाम कोर्ट में पेश करके जेल भेज दिया है। वहीं अब मामले की विस्तृत जांच की जा रही है। सीओ राजीव द्विवेदी ने बताया कि आरोपी को संदेह था कि मृतक उसकी पत्नी पर बुरी नजर रखता है। इसलिए वह उसे विपक्षियों के साथ मिलकर उसकी हत्या कराना चाहता है। इसी संदेह में आरोपी ने अपने ममेरे भाई की हत्या कर दी। उन्होंने बताया कि आरोपी को जेल भेज दिया गया है और मामले की जांच की जा रही है।