हमीरपुर जिले के सुजानपुर के पूर्व विधायक राजेंद्र राणा ने गुरुवार को हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में प्रदेश राजनीतिक और प्रशासनिक दिशा खो चुका है। राणा ने कहा कि सरकार के मंत्री और वरिष्ठ नेता सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के सहयोगी रहे चंद्र कुमार के बेटे नीरज भारती ने कहा है कि काम सिर्फ दलालों के हो रहे हैं। एक खास गुट को सत्ता सौंपी पूर्व विधायक का आरोप है कि मुख्यमंत्री ने ईमानदार अधिकारियों को किनारे कर एक खास गुट को सत्ता सौंप दी है। इससे मंत्री, विधायक और जनता की आवाज दब गई है। उनका कहना है कि सुक्खू सरकार अब चंद करीबी मित्रों और प्रभावशाली दलालों की सरकार बन गई है। सीएम सुक्खू के इस्तीफे की मांग राणा ने चेतावनी दी है कि अगर मुख्यमंत्री ने जल्द इस्तीफा नहीं दिया तो पार्टी के भीतर से विद्रोह का स्वर और तेज होगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल की जनता विकास, पारदर्शिता और जवाबदेही की नई राजनीति चाहती है। मगर मौजूदा नेतृत्व में न संवेदनशीलता है और न ही कोई विजन है।