हरियाणा की लेडी IAS अफसर, जिन्हें जबरन रिटायर कर रहे:इस्तीफा दिया तो मुख्यमंत्री ने नामंजूर किया; खाने में कीलें देने सहित 5 विवाद जुड़े

हरियाणा सरकार ने लेडी IAS अधिकारी रानी नागर को जबरन रिटायर करने का फैसला ले लिया है। इसके बारे में केंद्रीय कार्मिक एवं प्रशिक्षण मंत्रालय (DOPT) को प्रस्ताव भी भेज दिया गया है। सरकार ने उन्हें 4 नोटिस भेजे थे लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद से IAS अधिकारी रीना नागर फिर सुर्खियों में आ गई हैं। इससे पहले वह चंडीगढ़ गेस्ट हाउस में खाने में कीलें देने का भी आरोप लगा चुकी हैं। इसके अलावा एक उच्च अधिकारी पर भी उत्पीड़न का आरोप लगा चुकी हैं। रानी नागर हरियाणा कैडर की 2014 बैच की IAS अधिकारी हैं। वह ड्यूटी से लंबे टाइम से गैरहाजिर चल रही हैं। उन्हें मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी की ओर से सेवाएं समाप्त करने को लेकर चौथा नोटिस भेजा था लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। रानी नागर को आखिरी बार 11 मार्च 2020 को अभिलेखागार विभाग में अतिरिक्त सचिव और निदेशक के पद पर लगाया गया था। इस पर उन्होंने 27 अक्टूबर 2020 तक सेवाएं दीं। इसके बाद से ही वे ड्यूटी से गैरहाजिर हैं। अब यहां पढ़िए रानी नागर से जुड़े 5 बड़े विवाद… नागर के इस्तीफे के बाद हरियाणा की सियासत भी गरमाई लोगों ने नागर को दिया समर्थन, किए धरना प्रदर्शन
नागर के इस्तीफे से हरियाणा सहित यूपी में भी सियासत गरमा गई। सोशल मीडिया पर लोग उनके समर्थन में उतर आए। इसके बाद जब काफी लोग रानी नागर के पक्ष में उतर आए तो उन्‍होंने 7 मई को फेसबुक पर नया पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, ‘सभी से हाथ जोड़कर सादर विनती है कि मेरा इस्तीफा स्वीकार न किए जाने को लेकर आग्रह और आंदोलन न करें। मुझे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। अपने केस में न्यायपालिका में जाती रहूंगी। मेरे पास अभी रोटी खाने के लिए भी बहुत सीमित साधन हैं। सभी से विनती है कि जितनी जल्दी मेरा इस्तीफा स्वीकार होगा, उतनी ही जल्दी तनख्वाह में से कटा हुआ एनपीएस फंड प्राप्त होगा। इससे मैं अपना रोटी का खर्चा चला पाऊंगी। इस्तीफा स्वीकार न होने से मेरा और अधिक शोषण होगा। ये सरकारी नौकरी कर पाना मेरे लिए संभव नहीं है। अगर मेरा इस्तीफा रोकने का आग्रह और आंदोलन न करें तो सभी की हम पर बड़ी दया होगी। रानी नागर के समर्थन में प्रदर्शन करते लोग… यूपी की पूर्व सीएम मायावती भी पक्ष में उतर आई थीं
रानी नागर के इस्‍तीफे के बाद उत्‍तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने ट्वीट कर अफसोस और गुस्सा जताया था। मायावती ने ट्वीट किया था कि हरियाणा की महिला आईएएस अफसर रानी नागर को अपनी जान को खतरे के कारण आखिरकार नौकरी से इस्तीफा देकर वापस अपने घर यूपी लौटना पड़ा है। यह बहुत ही दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण मामला है। उन्‍होंने सवाल उठाया था कि महिला सुरक्षा और सम्मान के मामले में ऐसी सरकारी उदासीनता और बाकी लोगों की चुप्पी क्यों? हरियाणा के केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने भी दिया समर्थन
रानी का इस्तीफा नामंजूर होने की जानकारी पर केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने ट्वीट कर साझा की थी। उन्होंने लिखा था कि आप सब से खुशी का समाचार साझा कर रहा हूं, हरियाणा कैडर की आईएएस अधिकारी रानी नागर का इस्तीफा मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने नामंजूर कर दिया है।

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