हरियाणा में कोविड पेशेंट लगातार बढ़ रहे हैं। 24 घंटे का आंकड़ा देखें तो सूबे के चार जिलों में 27 नए केस मिले हैं। इनमें फरीदाबाद में 12, गुरुग्राम और करनाल में 6-6, पंचकूला में तीन नए मामले शामिल हैं। सूबे में अभी कुल 384 कोरोना पॉजिटिव मिल चुके हैं, जिनमें 269 ठीक हो चुके हैं। एक्टिव केस 115 के करीब हैं। प्रदेश के 16 जिले ऐसे चिह्नित किए गए हैं, जहां कोविड पेशेंट मिल चुके हैं। कोविड के इन हालातों को देखते हुए सरकार की ओर से बंदिशें 31 मार्च 2026 तक बढ़ा दी गई हैं। यह बंदिशें महामारी रोग अधिनियम 1897 की धारा 2,1,3 और 4 के तहत मिली शक्तियों का प्रयोग करते हुए गवर्नर बंडारू दत्तात्रेय ने अगले साल तक बढ़ाई हैं। बाहर से आने वाले पेशेंट की खंगाली जाएगी ट्रैवल हिस्ट्री स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त सचिव सुधीर राजपाल ने इस संबंध में ऑर्डर जारी किए हैं। इन आदेशों में कहा गया है कि महामारी के दौरान सार्वजनिक स्वास्थ्य की रक्षा करने, बीमारी के प्रसार रोकने और संक्रमित व्यक्तियों का प्रभावी ढंग से इलाज सुनिश्चित करने के लिए यह कदम उठाया गया है। बाहर से आने वाले सभी मरीजों की ट्रैवल हिस्ट्री खंगाली जाएगी। हवाई यात्रा करने वालों की स्क्रीनिंग और टेस्टिंग स्वास्थ्य विभाग ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की स्क्रीनिंग के लिए विशेष टीमें लगाने की योजना बनाई है। ये टीमें यात्रियों की स्क्रीनिंग करेंगी और लक्षण दिखने पर तुरंत सैंपल लेंगी। टेस्टिंग प्रक्रिया को तेज करने के लिए एक दर्जन कोविड टेस्टिंग सेंटर सक्रिय किए गए हैं। इसके अलावा, अस्पतालों को नए सिरे से कोविड मरीजों के लिए बेड, ऑक्सीजन और अन्य चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य संबंधी जानकारी साझा करने की अपील स्वास्थ्य विभाग की ओर से विदेश से आने वाले सभी यात्रियों से अपनी यात्रा और स्वास्थ्य संबंधी जानकारी स्वास्थ्य विभाग के साथ साझा करने की अपील की है। पॉजिटिव पाए जाने वाले यात्रियों को तुरंत आइसोलेशन में भेजा जाएगा और उनके संपर्क में आए लोगों की ट्रेसिंग और टेस्टिंग की जाएगी। नागरिकों से मास्क पहनने, सामाजिक दूरी बनाए रखने और कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने की अपील की गई है। विशेष टास्क फोर्स का गठन प्रभावित जिलों में कोविड की स्थिति पर नजर रखने के लिए एक विशेष टास्क फोर्स का गठन किया गया है, जो दैनिक आधार पर डेटा का विश्लेषण कर रही है। साथ ही शैक्षणिक संस्थानों, एमएनसी कंपनियों, ऑफिस, मॉल और दूसरे सार्वजनिक स्थानों पर कोविड प्रोटोकॉल लागू करने के लिए जागरूकता अभियान शुरू किया गया है।