हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं। ट्रांसपोर्ट और पावर डिपार्टमेंट में सीएम फ्लाइंग की अचानक छापेमारी के बाद अब उन्होंने राज्य के सभी जिलों से मोटर व्हीकल इंस्पेक्टरों (MVI) की रिपोर्ट तलब की है। उन्होंने ट्रांसपोर्ट विभाग से यह जानकारी मांगी है कि कौन सा एमवीआई कहां और कब से तैनात है। माना जा रहा है कि यह रिपोर्ट जल्द ही अनिल विज के पास पहुंच जाएगी, जिसके बाद अगली कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने ट्रांसपोर्ट विभाग में शुरू होने जा रही ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशन (ATS) की प्रगति का भी अपडेट अधिकारियों से लिया है। क्या है ATS मशीन, कैसे होता है इसका उपयोग.. यहां पढ़िए 1. फिटनेस जांच के लिए लगेगी एटीएस ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशन (ATS) के माध्यम से वाहनों की फिटनेस जांचने के लिए काम कर रहा है। एटीएस मशीनें स्वचालित रूप से वाहनों की फिटनेस की जांच करने के लिए कई मैकेनिकल उपकरणों का उपयोग करती हैं। हरियाणा सरकार ने राज्य में 6 एटीएस स्थापित करने का निर्णय लिया है। इन स्टेशनों पर एटीएम, लाउंज, और कैफेटेरिया जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी। 2. क्या काम है एटीएस का? एटीएस मशीनें वाहनों की फिटनेस जांचने के लिए कई तरह के परीक्षण करती हैं, जैसे कि ब्रेक, सस्पेंशन, और उत्सर्जन स्तर का परीक्षण। ये परीक्षण स्वचालित रूप से किए जाते हैं, जिससे मानवीय त्रुटि की संभावना कम हो जाती है। एटीएस मशीनें न केवल वाहनों की फिटनेस जांचने में मदद करती हैं, बल्कि वायु प्रदूषण को कम करने और परिवहन की समग्र स्थिरता में सुधार करने में भी मदद करती हैं। 3. 6 महीने के भीतर शुरू होने की उम्मीद हरियाणा सरकार ने 2022 में 6 एटीएस स्थापित करने की घोषणा पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर ने की थी। 2023 में इन स्टेशनों को स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू की गई। इन स्टेशनों को 3, 4, या 6 लेन में बनाया जाएगा और भविष्य में इलेक्ट्रिक वाहनों की जांच के लिए भी उपकरणों को शामिल किया जाएगा। अभी तक के अपडेट के अनुसार सूबे में ये एटीएस मशीनें छह महीने के भीतर शुरू होने की उम्मीद है। एटीएस के आते ही MVI का पद हो जाएगा खत्म हरियाणा में अभी वेहिकल फिटनेस या उससे जुड़े कामों को मोटर वेहिकल इंस्पेक्टर के द्वारा किया जाता है। इन कामों के लिए ये लोगों से रिश्वत भी लेते हैं। इसको देखते हुए विभागीय मंत्री अनिल विज ने सीएम फ्लाइंग रेड के लिए भी कहा है। हालांकि जब एटीएस शुरू हो जाएगा तो सरकार एमवीआई के पदों पर कैंची चला सकती है और इन पदों पर तैनात अधिकारियों को दूसरे किसी कामों में लगा सकती है।