पहाड़ों पर बर्फबारी के बाद मैदानी इलाकों में रात्रि तापमान में लगातार गिरावट जारी है। गुरुग्राम और हिसार में न्यूनतम तापमान सबसे कम दर्ज किया गया है। गुरुग्राम में 16.4, हिसार और महेंद्रगढ़ में 16.7 डिग्री तापमान दर्ज किया गया है। इसके अलावा पलवल में अधिकतम तापमान सबसे ज्यादा 33.7 डिग्री दर्ज किया गया है। अधिकांश इलाकों में तापमान 30 डिग्री के आसपास बना हुआ है। वहीं नारनौल में अधिकतम तापमान पिछले दिनों आई बारिश के बाद से ही कम देखा जा रहा है। नारनौल में तापमान 29 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से करीब 6 डिग्री कम है। बता दें कि, हरियाणा में पश्चिमी विक्षोभ के कारण अक्टूबर के 13 दिनों में करीब 30 एमएम बारिश हो चुकी है। आमतौर पर इस दौरान 4 एमएम बारिश होती है, मगर इस बार 649 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। इससे पहले 2004 में पूरे अक्टूबर में 58.4 एमएम बारिश हुई थी। बारिश के कारण हरियाणा के अधिकांश जिलों में तापमान सामान्य से नीचे चल रहा है। सरसों व चने की बुआई कर सकते हैं : खीचड़
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के आगे जाने से 14 अक्टूबर तक मौसम आमतौर पर खुश्क रहने की संभावना है। दिन के समय पड़ रही धूप व रात के समय ठंडक बढ़ने पर यह मौसम रबी की फसलों की बुआई के लिए बिल्कुल उपयुक्त समय है। इस मौसम में किसानों को सरसों, चना व गेहूं की बुआई करनी चाहिए, ताकि इन फसलों की पैदावार अच्छी हो। अन्य जिलों में भी रात्रि के तापमान में गिरावट
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार प्रदेश में पिछले दिनों लगातार पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से अधिक वर्षा हो रही थी। वहीं अब मौसम खुश्क रहने लगा है। जिससे प्रदेश के उत्तरी, पूर्वी जिलों के साथ तकरीबन सभी जिलों में रात्रि तापमान में गिरावट आ रही है। पंजाब से सटे इलाकों में भी मौसम सामान्य बना हुआ है। हरियाणा में 17 अक्टूबर तक मौसम खुश्क बने रहने की संभावना है।