पंजाब के पूर्व मंत्री रजिया सुल्ताना और पंजाब के पूर्व DGP (मानवाधिकार) मोहम्मद मुस्तफा के बेटे अकील अख्तर की मौत के मामले में एक पड़ोसी ने गंभीर आरोप लगाए हैं। शमशुद्दीन नामक इस पड़ोसी का दावा है कि अकील की पत्नी और पिता के बीच अवैध संबंध थे, जिसमें रजिया सुल्ताना भी शामिल थीं। शमशुद्दीन ने पंचकूला के पुलिस कमिश्नर को शिकायत देकर कहा कि अकील ने 27 अगस्त को एक वीडियो जारी कर इस बात का खुलासा किया था। उसने यह भी कहा था कि परिवार के लोग उसे मारने के लिए साजिशें रच रहे हैं। अकील की 16 अक्टूबर को देर रात पंचकूला में मौत हो गई थी। परिवार ने बताया था कि दवाइयों की ओवरडोज के कारण उसकी तबीयत बिगड़ी थी। पुलिस ने शुक्रवार को शव का पोस्टमॉर्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया था। पंचकूला में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शमशुद्दीन ने क्या आरोप लगाए… पढ़िए वीडियो में अकील ने क्या कहा था… अब जानिए कैसे हुई अकील की मौत…. पंचकूला में ओवरडोज लेने की बात सामने आई
अकील की गुरुवार रात करीब 9 बजे पंचकूला में दवा की ओवरडोज लेने के कारण मौत होने की बात सामने आई। पुलिस को दिए गए बयान में परिवार के सदस्यों ने बताया कि अकील (35) ने गुरुवार को किसी दवा का सेवन किया था। परिवार के लोगों को वे बेसुध हालत में मिले। इसके बाद उपचार के लिए उन्हें सेक्टर 6 स्थित नागरिक अस्पताल में लाया गया, जहां उनको मृत घोषित कर दिया गया। मौत के बाद शव को हरियाणा के पंचकूला सेक्टर-6 स्थित सरकारी अस्पताल लाया गया, जहां पोस्टमॉर्टम किया गया। सहारनपुर में सुपुर्द-ए-खाक किया
परिजन अकील के शव को यूपी के सहारनपुर ले गए है, जहां नमाज-ए-जनाजा के बाद सुपुर्द-ए-खाक किया। अकील हाईकोर्ट में वकील थे। पिता साल 2021 में पंजाब के DGP पद से रिटायर होने के बाद कांग्रेस में सक्रिय हो गए थे। नवजोत सिंह सिद्धू के साथ उनकी काफी नजदीकियां रही हैं। वे सिद्धू के सलाहकार भी रह चुके हैं। पुत्रवधू जैनब रह चुकीं पंजाब वक्फ बोर्ड का चेयरपर्सन
करीब 4 साल पहले जैनब अख्तर को पंजाब वक्फ बोर्ड का चेयरपर्सन बनाया गया था। ये नियुक्ति काफी सुर्खियों में रही थी। उस वक्त पंजाब वक्फ बोर्ड के चेयरपर्सन का पद एक महीने से खाली थी। जैनब अख्तर की नियुक्ति शनिवार यानी छुट्टी वाले दिन हुई थी। उनका नाम वक्फ बोर्ड के मेंबर एजाज आलम ने पेश किया था, जिसका अब्दुल वाहिद ने समर्थन किया था। कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री रहीं मां रजिया सुल्ताना
रजिया सुल्ताना कांग्रेस की चन्नी सरकार में कैबिनेट मंत्री थीं। रजिया को कांग्रेस ने 2022 में भी अपना प्रत्याशी बनाया था। मलेरकोटला के विधानसभा चुनाव 2022 में आम आदमी पार्टी से मोहम्मद जमील उर रहमान ने कांग्रेस की रजिया सुल्ताना को 21686 वोटों के अंतर से हराया। मोहम्मद मुस्तफा को पांच वीरता पुरस्कार भी मिल चुके हैं। 01985 बैच के IPS, कैप्टन अमरिंदर के करीबी रहे मुस्तफा
1985 बैच के IPS मोहम्मद मुस्तफा कभी कैप्टन अमरिंदर सिंह के बेहद करीबी थे। मगर, धीरे-धीरे दोनों के बीच विवाद बढ़ने लगा। वह सबसे ज्यादा चर्चा में तब आए, जब उन्होंने पंजाब के तत्कालीन सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह पर गंभीर आरोप लगाए थे। कहा था कि उन्हें डीजीपी न बनाए जाने को लेकर अमरिंदर सिंह ने साजिश रची थी। उन्होंने कहा था कि मेरे जैसे निडर, देशभक्त, राष्ट्रवादी और खुद्दार व्यक्ति की खुद्दारी पर चोट की गई। मुस्तफा अपने से जूनियर दिनकर गुप्ता को पंजाब का DGP बनाए जाने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट भी गए थे।