हरियाणा में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही से 2 कारोबारियों के शव बदल गए। इसका खुलासा तब हुआ, जब परिवार के लोगों ने अंतिम दर्शनों के लिए चेहरे से कपड़ा हटाया। गनीमत ये रही कि दोनों परिवार एक-दूसरे को जानते थे, इस वजह से उन्होंने एक-दूसरे को फोन कर अपने रिश्तेदार की लाश वापस मंगवाई। इसके बाद कल, मंगलवार को दोनों का अंतिम संस्कार कर दिया गया। जिसके बाद इस मामले की जानकारी पलवल में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों तक पहुंची। इसको लेकर पहले अधिकारियों ने कर्मचारियों से पूछताछ की तो उन्होंने दावा किया कि परिवार को दिखाकर शव दिए गए थे। हालांकि अब पूरे मामले की जांच के लिए टीम बना दी गई है। दोनों कारोबारियों की मौत कैसे हुई… जानिए, शव बदलने का खुलासा कैसे हुआ… शव बदलने की गड़बड़ी कहां हुई
दोनों कारोबारियों के परिजनों ने कहा कि पोस्टमॉर्टम के बाद शव पर पहचान के लिए टैग लगाया गया था। उसी में गड़बड़ी की गई। जिस टैग को अभिनव का बताया गया, वह अमित का निकला और अमित वाला अभिनव का निकला। टैग के हिसाब से ही वह शव को अलग-अलग अपने-अपने घर ले गए थे। RMO ने कहा- मामले की जांच कर रहे
जिला सिविल अस्पताल के RMO डॉ रवि सहरावत का कहना है कि इस बारे में पूछताछ की गई थी। कर्मचारियों का कहना है कि परिजनों को दिखाकर शव दिए गए थे। हालांकि परिजनों के आरोपों के बाद जांच के लिए टीम बना दी गई है। उनकी रिपोर्ट में जो भी सामने आएगा, उसके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी।