एन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने सोमवार को हरियाणा के गुरुग्राम की रियल एस्टेट कंपनी रामप्रस्थ ग्रुप के डायरेक्टर और प्रमोटर को गिरफ्तार कर लिया। इन्हें दिल्ली में 3 जगह रेड करने के बाद पकड़ा गया। यह कार्रवाई फ्लैट देने के बदले धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में की गई। ED के मुताबिक कंपनी ने 3 साल में 6 प्रोजेक्ट लॉन्च किए। इसके बाद 2 हजार लोगों से 1100 करोड़ रुपए इकट्ठे कर लिए। फिर 15 साल बीतने के बाद न तो खरीदारों को फ्लैट आवंटित किए और न ही किसी को कब्जा दिया। इसकी शिकायत हुई तो ED को पता चला कि फ्लैट खरीदारों से लिया पैसा इन लोगों ने प्रोजेक्टों पर खर्च करने के बजाय ग्रुप की दूसरी कंपनियों में इन्वेस्ट कर दिया। जिसके बाद ED ने अब कंपनी के डायरेक्टर संदीप यादव और प्रमोटर अरविंद वालिया को गिरफ्तार किया है। जिनसे अब पूछताछ की जा रही है। 10 दिन पहले ही ED इनकी 681 करोड़ की प्रॉपर्टी भी कुर्क कर चुकी है। सिलसिलेवार ढंग से जानिए पूरा मामला… 10 दिन पहले कुर्क की थी प्रॉपर्टी
ED ने 11 जुलाई को रामप्रस्थ प्रमोटर्स एंड डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड (RPDPCL) और इसकी सहयोगी कंपनियों की 681.54 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी को कुर्क किया था। इनमें गुरुग्राम के सेक्टर 37डी, 92 और 95 में 226 एकड़ की प्लॉटेड कॉलोनियां और बसई, गाडोली कलां, हयातपुर व वजीरपुर में 1700 एकड़ जमीन शामिल है। यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत की गई थी।