हिमाचल प्रदेश के 8 जिलों में अचानक बाढ़ आने का अलर्ट है। इनमें चंबा, कांगड़ा, मंडी, कुल्लू, शिमला, सोलन, सिरमौर और ऊना जिले शामिल हैं। राज्य में 1 जून से 8 जुलाई तक सामान्य 152.6 mm बारिश के मुकाबले 203.2 mm बारिश हो चुकी है। राज्य में 200 सड़कें अभी भी बंद हैं। टोंस, यमुना और गिरि नदियां उफान पर हैं। 20 जून से अब तक 85 लोगों की मौत बारिश से जुड़ी घटनाओं में हो चुकी हैं। सबसे ज्यादा 54 लोगों की जान बादल फटने से आई बाढ़ के कारण गई। मध्यप्रदेश में मंडला, डिंडौरी, श्योपुर, शहडोल, उमरिया जिले बाढ़ की चपेट में हैं। नर्मदा और दूसरी नदियां उफान पर हैं। छतरपुर के बान सुजारा डैम के 12 गेट खोले गए, दमोह में सतधरू-साजली बांध के 3-3 गेट खोले घए। जबलपुर में बरगी डैम के 17 गेट खोले गए। यूपी में वाराणसी में गंगा का जलस्तर 62.58 मी पहुंचा है। वॉर्निंग लेवल 70.26 है। 20 से ज्यादा घाट नदी में डूबे हैं। दशाश्वमेध घाट पर होने वाली गंगा आरती का स्थान बदला गया है। अस्सी घाट पर भी आरती स्थल पर गंगा का पानी पहुंचा है। राज्यों से मौसम की तस्वीरें…