हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला के ठियोग में पहाड़ नेशनल हाईवे पर आ गया। इससे ठियोग-रोहड़ू एनएच और ठियोग-चौपाल स्टेट हाईवे छैला कैंची से पहले वाहनों के लिए पूरी तरह बंद हो गए। इसके बाद सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी लंबी कतारे लग गई। सेब से लदे वाहन भी बड़ी देर तक सड़क पर फंसे रहे। यह स्लाइड दोपहर 2 बजे के बाद हुआ। दोपहर बाज 4 बजे सड़क को बहाल कर दिया गया है। हिमाचल में भगवान भोले की किन्नर कैलाश यात्रा आज फिर से शुरू हो गई है। किन्नौर जिला प्रशासन ने मौसम साफ होने के बाद यात्रा दोबारा शुरू करने का निर्णय लिया है। 4 दिन पहले यात्रा को भारी बारिश के बाद स्थगित करना पड़ा था। इस यात्रा में देशभर से श्रद्धालु किन्नर कैलाश पहुंचते हैं। इस बीच बिलासपुर में सतलुज नदी पर बने कोलडैम से आज (23 जुलाई) दोबारा बांध से पानी छोड़ने का अलर्ट जारी किया है। सुबह 7 बजकर 30 मिनट पर बांध से पानी छोड़ा गया। इससे नदी का जल स्तर 4 से 5 मीटर बढ़ गया है। इसे देखते हुए बिलासपुर से पंजाब तक लोगों को अलर्ट रहने और नदी के आसपास नहीं जाने की सलाह दी गई है। बीते कल भी कोलडैम के अलावा कड़छम और झाखड़ी बांध से पानी छोड़ा गया था। पहाड़ों पर बीते 3 दिन की बारिश से बांध में जल स्तर निरंतर बढ़ा है। इस वजह से बार बार पानी छोड़ना पड़ रहा है। तेज बारिश के बाद सिल्ट अधिक आने से कई प्रोजेक्ट में बिजली उत्पादन ठप पड़ गया है। हिमाचल में इससे 650 मेगावाट तक बिजली उत्पादन कम हुआ है। 12 बजे तक 6 जिलों में बारिश की चेतावनी मौसम विभाग ने आज सुबह ताजा बुलेटिन जारी कर ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, मंडी, कांगड़ा और चंबा जिला में 12 बजे तक तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। शिमला व आसपास के क्षेत्रों में धुंध का यलो अलर्ट दिया गया है। कल और परसों मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। 26 जुलाई को केवल सिरमौर जिला में यलो अलर्ट की चेतावनी दी गई है। बीते 3 दिन की भारी बारिश के 375 सड़कें, 326 बिजली के ट्रांसफॉर्मर और 314 पेयजल योजनाएं बंद पड़ी है। इस मानसून सीजन में अब तक सामान्य से 15 प्रतिशत ज्यादा बादल बरसे है। 20 जून से 22 जुलाई के बीच 275.4 मिलीमीटर नॉर्मल बारिश होती है, लेकिन इस बार 315.9 मिलीमीटर बादल बरस चुके हैं। इस वजह से भारी नुकसान देखने को मिला है। 135 लोगों की मौत, 34 लापता खासकर बादल फटने और फ्लैश फ्लड की वजह से जान व माल का काफी नुकसान हो चुका है। अब तक 135 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 34 लोग लापता है। 27 लोगों की जान फ्लैश फ्लड, बादल फटने और लैंडस्लाइड से गई है। 1100 से ज्यादा घरों को नुकसान प्रदेशभर में 397 घर पूरी तरह जमींदोज हो चुके हैं, जबकि 797 घरों को आंशिक क्षति आंकी गई है। भारी बारिश से 1037 गौशालाएं और 277 दुकानों को भी नुकसान पहुंचा है। अब तक 1247 करोड़ रुपए की सरकारी व निजी संपत्ति बारिश से नष्ट हो चुकी है। बारिश के बाद तापमान में गिरावट प्रदेश में बीते 2 दिन की बारिश के बाद तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। प्रदेश का औसत अधिकतम तापमान सामान्य से 4.1 डिग्री नीचे लुढ़का है। चंबा का तापमान सामान्य से 8.1 डिग्री नीचे गिरने के बाद 25.9 डिग्री, कांगड़ा का तापमान 7.5 कम होने के बाद 25.5 डिग्री, बिलासपुर का 5.8 डिग्री कम होने के बाद 26.6 डिग्री, मनाली का 4.9 डिग्री लुढ़कने के बाद 20.4 डिग्री, सोलन का 4.7 डिग्री कम होने के बाद 23.5 और शिमला का अधिकतम तापमान नॉर्मल से 3.2 डिग्री कम होने के बाद 19.6 डिग्री सेल्सियस रह गया है।