हिमाचल प्रदेश में सेवानिवृत कर्मचारियों के बकाया भुगतान को लेकर स्थिति गंभीर बनी हुई है। प्रदेश में करीब दो लाख पेंशनर्स में से 25 हजार कर्मचारी, जो जनवरी 2016 से जनवरी 2022 के बीच सेवानिवृत हुए, उन्हें सबसे अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हिमाचल प्रदेश पेंशनर वेलफेयर एसोसिएशन के अतिरिक्त महासचिव जगत सिंह नेगी ने रामपुर में पत्रकार वार्ता में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इन 25 हजार सेवानिवृत कर्मचारियों का 1100 करोड़ रुपए का बकाया सरकार के पास लंबित है। इसमें कम्युटेशन, ग्रेच्युटी, लीव एनकैशमेंट और एरियर की राशि शामिल है। सीएम ने खराब आर्थिक स्थिति का दिया हवाला एसोसिएशन के वर्तमान अध्यक्ष आत्माराम शर्मा और उनकी टीम ने अपनी मांगों को लेकर प्रदेश भर में शांतिपूर्ण रैलियां आयोजित कीं। उन्होंने ग्रामीण विकास मंत्री अनिरुद्ध सिंह राणा के साथ बैठक भी की। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मिलने पर उन्होंने खराब आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए सिर्फ आश्वासन दिया। चुनाव के बाद करेंगे रणनीति तैयार 70-80 वर्षीय बुजुर्ग पेंशनर्स के लाखों रुपए के मेडिकल बिल भी लंबित हैं। प्रति कर्मचारी औसतन 18-20 लाख रुपए और प्रति अधिकारी 40-50 लाख रुपए का बकाया है। सुंदरनगर में एसोसिएशन की नई कार्यकारिणी के चुनाव के बाद आगामी रणनीति तैयार की जाएगी।