हिमाचल BJP नेताओं की टिप्पणी पर भड़के सिख:चीमा-कीमा नारे पर जताई आपत्ति, जयराम-बिंदल ने दी सफाई; 5 प्वाइंट में समझें पूरा विवाद

हिमाचल प्रदेश के पांवटा साहिब में भाजपा के प्रदर्शन पर सिख समुदाय भड़क गया है। BJP ने बीते कल पांवटा साहिब में प्रदर्शन के दौरान चीमा कीमा नहीं चलेंगे नारे लगाए थे। इसका असर सिख समुदाय की भावनाओं पर पड़ा है। सिख समुदाय की तीखी प्रतिक्रिया आने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और BJP प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल ने अपने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर आकर सफाई दी। राजीव बिंदल ने लिखा, ‘मेरे व्यवहार से किसी सिख बंधु को ठेस पहुंची हो तो मैं खेद प्रकट करता हूं।’ जयराम ठाकुर ने लिखा, मैंने पांवटा साहिब में आयोजित जनसभा में किसी भी समुदाय विशेष के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की। मेरी गुरु गोविंद सिंह जी के प्रति अगाध श्रद्धा है और सिख धर्म के प्रति बहुत सम्मान है। किसी की भावना को आहत करने की मेरी कोई भी मंशा नहीं थी। मेरी बात को गलत न लिया जाए। सिख समुदाय ने दी चेतावनी बता दें कि बीजेपी ने चीमा कीमा नहीं चलेंगे नारा कथित तौर पर पांवटा साहिब के SDM गुंजित सिंह चीमा के खिलाफ लगाया था। इसके बाद सिख समुदाय के प्रतिनिधियों ने पांवटा साहिब गुरुद्वारा परिसर में एकत्र होकर तीखी प्रतिक्रिया दी। साथ ही चेतावनी दी कि यदि दो दिनों के भीतर जयराम ठाकुर और भाजपा कार्यकर्ता, सिख समुदाय की एक बहुत बड़ी कौम का अपमान करने पर सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगते, तो सिख समुदाय चुप नहीं बैठेगा। सिख समुदाय के लोगों ने भाजपा पर दंगे भड़काने के आरोप लगाए। 5 प्वाइंट में समझें कैसे भड़का मामला CM व पुलिस से कार्रवाई की मांग सिख समुदाय के पदाधिकारियों ने स्पष्ट किया कि चीमा केवल एक अधिकारी का नाम नहीं है। यह सिख समाज की एक प्रतिष्ठित पहचान है। इसे लेकर सिख समुदाय चुप नहीं बैठेगा। इस प्रकार की सार्वजनिक टिप्पणी और नारेबाजी, चीमा कीमा कहने से पूरे समुदाय की भावनाएं आहत हैं। सिख समुदाय ने मुख्यमंत्री, प्रशासन और पुलिस से मांग की है कि नारेबाजी करने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।

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