हरियाणा के हिसार जिले के भाटोल जाटान की बेटी ज्योति बामल ने पावर लिफ्टिंग में नया इतिहास रचा है। कर्नाटक के देवांगरी में आयोजित जूनियर व सब-जूनियर राष्ट्रीय पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में उन्होंने तीन स्वर्ण पदक जीते हैं। ज्योति ने 84 किलोग्राम भार वर्ग में हिस्सा लिया। उन्होंने कुल 530 किलोग्राम वजन उठाकर स्कॉट, बेंच प्रेस और डेड लिफ्ट तीनों स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक हासिल किए। भिवानी के स्टेडियम में ले रही प्रशिक्षण यह चैंपियनशिप 22 से 30 जून तक आयोजित की गई। भिवानी के भीम स्टेडियम में कोच गोपाल कृष्ण से प्रशिक्षण ले रही ज्योति शुरू से ही मेहनती और अनुशासित खिलाड़ी रही हैं। कोच का मानना है कि यह सफलता उन्हें अंतरराष्ट्रीय मंच की ओर ले जाएगी। ज्योति की इस उपलब्धि से पूरे गांव में खुशी का माहौल है। उनके पिता नसीब बामल और मां शीला पूनिया को बेटी की इस कामयाबी पर गर्व है। भारत के लिए पदक जीतना लक्ष्य ग्रामीणों ने मिठाइयां बांटी और ढोल-नगाड़ों के साथ स्वागत की तैयारियां शुरू कर दी हैं। गांव के पूर्व सरपंच अनिल बामल ने अपनी पोती की इस उपलब्धि पर खुशी जताई है। उनका कहना है कि कोच का मार्गदर्शन परिवार का समर्थन और खिलाड़ी की मेहनत से ही ऐसी सफलता मिलती है। ज्योति का अगला लक्ष्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के लिए पदक जीतना है।