हरियाणा के भिवानी में बैंक कॉलोनी स्थित अंबेडकर भवन में बामसेफ एवं भारत मुक्ति मोर्चा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। इस दौरान भारत मुक्ति मोर्चा के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष जगदीश प्रधान ने पत्रकार वार्ता करते हुए कहा कि 1 जुलाई को विभिन्न मांगों को लेकर भारत बंद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बैलेट पेपर का समर्थन, ईवीएम, केंद्र सरकार द्वारा ओबीसी जाति आधारित जनगणना ना करवाए जाने, आरएसएस-भाजपा द्वारा मूलनिवासी बहुजन महापुरुषों का अपमान करने, बुद्धा टेंपल एक्ट-1949 के विरोध और असंवैधानिक वक्फ संशोधन विधेयक-2025 के विरोध में भारत बंद का आह्वान किया है। इस में भारत मुक्ति मोर्चा, राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा, राष्ट्रीय परिवर्तन मोर्चा, बहुजन क्रांति मोर्चा और राष्ट्रीय मुस्लिम मोर्चा संयुक्त रूप से शामिल होंगे। शांतिपूर्वक होगा प्रदर्शन
भारत मुक्ति मोर्चा के प्रदेश प्रधान जगदीश ने कहा कि यह भारत बंद भारत मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष वामन मेश्राम के नेतृत्व और राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विकास पटेल के सहयोग से शांतिपूर्ण तरीके से होगा। सभी पदाधिकारी आमजन को साथ लेकर शहर में प्रदर्शन करते हुए डीसी कार्यालय तक पहुंचेंगे। जिसके बाद राष्ट्रपति के नाम मांगपत्र सौंपते हुए मांगों को पूरा करने की गुहार लगाएंगे। देश को बांटने के षड्यंत्र रच रही भाजपा
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार अपनी जननी आरएसएस के मूल नीति पर चलते हुए आमजन विरोधी और देश को बांटने के षड्यंत्र रच रही है। जिसके चलते एक तरफ जहां देश में अराजकता का माहौल है। वहीं दूसरी तरफ आमजन अपनी हकों और मूलभूत आवश्यकताओं के लिए दर-दर भटकने पर मजबूर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 11 वर्षों के शासनकाल को स्वर्णिम काल के रूप में मनाकर आमजन को भटकाने का प्रयास कर रहे है। जबकि जमीनी हकीकत तो यह है कि यह 11 वर्ष प्रत्येक व्यक्ति के जीवन का सबसे बुरा समय रहा। उन्होंने कहा कि वे इस प्रदर्शन के माध्यम से उपरोक्त मांगों को पूरा करने की गुहार राष्ट्रपति से लगाएंगे। ताकि देश के नागरिकों के मौलिक अधिकारों का हनन ना हो, और वे बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा रचित संविधान की छांव में स्वतंत्रता से जीवन जी सकें।