काशी सिर्फ धर्म के मामले में नहीं, स्वाद के मामले में भी काफी फेमस हैं। सिर्फ यहां की लस्सी और पान की तारीफ नहीं होती, यहां की कचौड़ी गली की भी जमकर बात की जाती है। यहां आने वाला हर व्यक्ति खाने के असली स्वाद को फील कर पाता है। जायका सीरीज में आज हम आपको वाराणसी के फेमस नीलू कचौड़ी के इतिहास और स्वाद के बारे में बताएंगे। नीलू की दुकान सिर्फ 5 घंटे के लिए खुलती है। लेकिन, इस दौरान कचौड़ी का स्वाद लेने वालों का यहां तांता लगा रहता है। 5 घंटे में ही सारी कचौड़ी खत्म हो जाती है। कहां है नीलू कचौड़ी की दुकान
वाराणसी की फेमस कचौड़ी गली काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर से कुछ दूरी पर स्थित है। यहां जाने के बाद आपको मंदिर की गलियों से बाहर निकलकर चौक तक आना होगा। उसके बाद यहां पहुंचने के लिए आपको रिक्शा लेना होगा। कचौड़ी गली इतनी फेमस है कि किसी से भी यहां का पता पूछ सकते हैं। इस गली में घुसते ही दाहिने हाथ पर आपको नीलू कचौड़ी की दुकान मिल जाएगी। क्या है नीलू कचौड़ी की दुकान का इतिहास
नीलू कचौड़ी को वर्तमान में नीलू शाह चला रहे हैं। वह बताते हैं- 1890 में उनके परनाना महावीर शाह ने इस दुकान की शुरुआत की थी। इस विरासत को उनके नाना गौरी शाह ने आगे बढ़ाया। अब नीलू शाह तीसरी पीढ़ी है, जो इस दुकान को चला रहे हैं। नीलू कहते हैं- दुकान में स्वाद के साथ-साथ प्यार भी बांटते हैं, जो आज के समय में ज्यादा जरूरी है। नीलू कहते है कि वो दुकान सिर्फ 5 घंटे के लिए खोलते हैं। इतनी भीड़ होती है कि सारी कचौड़ी बिक जाती है। पढ़िए क्या कहते हैं कस्टमर… बनारस में नीलू की दुकान की गरमागरम कचौड़ी, मसालेदार छोले की सब्जी और साथ में तीखी-मीठी चटनी से इसका स्वाद बहुत देसी और असली बनारसी होता है। कचौड़ी कुरकुरी होती है। मसाले में हल्की खटास और तीखापन होता है, जो लोगों को खूब पसंद आता है। सुबह-सुबह भीड़ लगी रहती है। ऑफिस जाने वाले लोग, स्टूडेंट्स और टूरिस्ट सब लाइन लगाकर गरमागरम कचौड़ी खाते हैं। खास बात ये है कि कचौड़ी सस्ती होती है। यही वजह है कि यहां बार-बार लोग आते हैं। ———————- ये खबर भी पढ़ें… यूपी में इस बार होगी अच्छी बारिश, जून में सामान्य से 11% ज्यादा बरसे बादल, जानिए जुलाई में कैसा रहेगा मानसून यूपी में मानसून की एंट्री 18 जून को हो चुकी है। जून में हर साल के मुकाबले इस बार 11% ज्यादा बारिश हो चुकी है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि जुलाई में भी उत्तर-पूर्वी मैदानी क्षेत्र को छोड़कर प्रदेश के अन्य भागों में सामान्य से ज्यादा बारिश होगी। पढ़िए पूरी खबर…